वाराणसी। केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने गुरुवार को कहा कि नई शिक्षा नीति अतीत को वर्तमान से जोड़कर भविष्य में जाने का मार्ग है।
उन्होंने काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) परिसर में नवनिर्मित शिक्षक आवास संकुल का ऑनलाइन उद्घाटन करते हुए कहा, “नई शिक्षा नीति 2020 भारतीय तो है ही अंतरराष्ट्रीय भी है, ये नीति प्रभावशाली भी है और संवादपूर्ण व समावेशी भी। यह अतीत को वर्तमान से जोड़कर भविष्य में जाने का मार्ग है।”
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डॉ निशंक ने कहा कि बीएचयू विकास के मार्ग पर अग्रसर है और निरन्तर नयी उपलब्धियों को प्राप्त कर रहा है। यह ‘टैलेंट’ को विकसित कर विस्तार देने में बड़ी भूमिका निभाते हुए ‘नए भारत’ के निर्माण की नींव रखने में सक्रियता से काम कर रही है। इन्ही उपलब्धियों के कारण इस विश्वविद्यालय को ‘इन्स्टीट्यूट ऑफ एमिनेन्स’ का दर्जा मिला है। चिकित्सा विज्ञान संस्थान (आईएमएस) को एम्स स्तर का संस्थान बनाने की दिशा में काम करना गर्व की बात है।
इस असवर पर बीएचयू परिसर में मौजूद कुलपति प्रो. राकेश भटनागर ने बताया कि 57.25 करोड़ रुपये की लागत से बनकर तैयार इस शिक्षक आवास संकुल में 200 फ्लैट्स हैं, जहां शिक्षकों को स्वच्छ, स्वस्थ और शांत परिवेश में रहने की व्यवस्था प्रदान की गई है।
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संकुल का निर्माण भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के वित्तीय सहयोग से किया गया है।