लखनऊ। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को लखनऊ विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह को संबोधित करते हुए लखनऊ विश्वविद्यालय ने इन 100 वर्षों की यात्रा को याद किया। योगी ने कहा कि लखनऊ विश्वविद्यालय ने देश व समाज को राष्ट्रपति से लेकर न्यायमूर्ति दिए तो लोकतंत्र को मजबूत करने वाले नेता भी दिए। शोध करने वाले वैज्ञानिक दिए तो अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने वाले उद्योगपति भी दिए।
उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति 2022 तक लागू हो जाएगी। इस नीति में ज्ञान के साथ ही रोजगार का भी समन्वय होगा जिससे देश का युवा स्वालंबन की तरफ बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि मैं अक्सर कहता हूं कि हमने शिक्षण संस्थान खोल दिए, लेकिन उन्हें जनसरोकारों से दूर कर दिया। शिक्षण संस्थानों को सामाजिक सरोकारों से जोड़ना जरूरी है।
बता दें कि विश्वविद्यालय के 100 वर्ष पूरे होने पर 19 से 25 नवंबर तक शताब्दी समारोह मनाया जा रहा है। समारोह का उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 नवंबर को समापन समारोह को संबोधित करेंगे। आज के कार्यक्रम
उद्घाटन समारोह : सुबह 11 बजे से 12 बजे तक, विरासत से परिचय-सुबह 12:30 बजे, साहित्यिक उत्सव का अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी से शुभारंभ, अवध की रोशन चौकी- पद्मश्री मालिनी अवस्थी व यतीन्द्र मिश्रा- शाम 5:30 बजे।
परिसर में बदली रहेगी प्रवेश की व्यवस्था
लविवि में शताब्दी समारोह के दौरान परिसर में प्रवेश की व्यवस्था बदली रहेगी। पूरे समारोह के दौरान आगंतुकों के लिए गेट संख्या भी तय कर दी गई है। गेट संख्या दो से अति विशिष्ट अतिथि, विशिष्ट अतिथि, गणमान्य नागरिक, सम्मानित अतिथि, जिला एवं पुलिस प्रशासन के अधिकारी एवं आमंत्रित मीडिया कर्मी प्रवेश करेंगे। शिक्षक, कर्मचारी पदक विजेता छात्र-छात्राएं गेट संख्या चार और पांच पर अपने वाहन खड़े कर परिसर में प्रवेश करेंगे। गेट संख्या एक के पास वाहन खड़े करने पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा।
समारोह के दौरान होगा भीड़ का प्रबंधन
शताब्दी समारोह ऐसे समय पड़ा है जबकि पूरा विश्व कोविड-19 संक्रमण से जूझ रहा है। अभी तक स्कूल कॉलेज नियमित रूप से नहीं खुल पाए हैं। ऐसे में शताब्दी समारोह के दौरान भीड़ प्रबंधन भी एक बड़ी चुनौती है। विश्वविद्यालय ने इसके लिए कार्ययोजना तैयार की है। इसके तहत बेहद सीमित संख्या में ही लोगों को आमंत्रित किया गया है।
उद्घाटन समारोह में भी 100 से 150 के बीच ही लोग उपस्थित रहेंगे। मालवीय सभागार की कुल क्षमता करीब 400 व्यक्तियों की है, इसके बावजूद यहां पर सिर्फ 150 लोग ही रहेंगे। बिना कार्ड किसी को प्रवेश नहीं मिलना है। एक कुर्सी छोड़कर बैठने की व्यवस्था होगी। कुर्सी पर टेप चिपका होगा ताकि उस पर कोई न बैठे।
जो लोग समारोह से जुड़ना चाहते हैं उनके लिए लाइव स्ट्रीम की व्यवस्था की गई है, ताकि वे कैंपस आए बिना पूरे समारोह का आनंद घर बैठे ही उठा सकें। कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने भी लोगों से अपील की है कि परिसर आने के बजाय घर से लाइव स्ट्रीमिंग के द्वारा समारोह का आनंद उठाएं।