नयी दिल्ली: लोकसभा में विपक्ष के हंगामे के बीच कराधान विधि (संशोधन) विधेयक, 2025 और आयकर (संख्याक 2) विधेयक (Income Tax Bill) , 2025 सोमवार को बिना चर्चा के ध्वनि मत से पारित हो गये।
इससे पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इसे सदन में पारित कराने के लिए पेश किया। इस बीच विपक्षी दलों के सांसद सदन से बाहर निर्वाचन आयोग कार्यालय तक मार्च करने गये थे लेकिन जैसे ही विधेयक को चर्चा के लिए लाया गया तो विपक्षी सांसद सदन में पहुंच गये और हंगामा करने लगे जिसके कारण विधेयक (Income Tax Bill) को बिना चर्चा के पारित करा दिया गया।
मौजूदा आयकर कानून 1961 में बना था और उसके बाद इसमें अब तक कई संशोधन हो चुके हैं। सरकार ने नये आयकर कानून के लिए इस साल 13 फरवरी को एक विधेयक लोकसभा में पुरस्थापित किया लेकिन फिर इसे प्रवर समिति को भेज दिया गया। समिति ने मानसून सत्र के पहले दिन 21 जुलाई को विधेयक (Income Tax Bill) पर अपनी रिपोर्ट लोकसभा के पटल पर रख दी।
इसके बाद सरकार ने फरवरी में पेश विधेयक को वापस ले लिया और सोमवार को उसे संशोधनों के साथ लोकसभा में पेश किया।
नया आयकर विधेयक केंद्र सरकार को अधिक दक्षता, पारदर्शिता और जवाबदेही के लिए नयी योजनाएँ बनाने का अधिकार भी प्रदान करता है। अधिनियम के तहत, तलाशी के मामलों में अघोषित आय में धन, सोना-चाँदी, आभूषण या अन्य मूल्यवान वस्तुएँ शामिल हैं।
यह अधिनियम आयकर अधिकारियों को इमारतों में प्रवेश, तलाशी और ताले तोड़ने की अनुमति देता है। ऐसा तब किया जा सकता है जब कोई व्यक्ति, जिसके लिए अधिनियम के तहत समन जारी किया गया है, कुछ दस्तावेज या लेखा-बही प्रस्तुत नहीं करता है।
यह अधिनियम अधिकारियों को इलेक्ट्रॉनिक दस्तावेजों की जाँच करने का भी अधिकार देता है। इसमें पात्र करदाताओं को कर निर्धारण अधिकारियों द्वारा पारित मसौदा आदेशों को विवाद समाधान पैनल के पास भेजने की अनुमति दी गयी है। इन करदाताओं में ट्रांसफर प्राइसिंग मामलों से जुड़े व्यक्ति, अनिवासी या विदेशी कंपनियाँ शामिल हैं। यह अधिनियम केंद्र सरकार को दोहरे कराधान के मामलों में राहत प्रदान करने के लिए अन्य देशों के साथ समझौते करने की अनुमति देता है।
दो बार के स्थगन के बाद अपराह्न चार बजे सदन के समवेत होते ही पीठासीन अधिकारी संध्या राय ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से कराधान विधि (संशोधन) विधेयक, 2025 को पारित कराने का प्रस्ताव रखने को कहा। श्रीमती सीतारमण ने इसका प्रस्ताव किया और उसके बाद उन्होंने इसे पारित करने का प्रस्ताव रखा, जिस पर विधेयक ध्वनिमत से पारित कर दिया गया।
इस बीच विपक्षी सदस्य सत्तापक्ष पर लोकसभा और विधानसभा चुनावों में ‘वोट चोरी’ के आरोप लगाते हुये हंगामा करते रहे।
हंगामे के बीच ही श्रीमती राय ने वित्त मंत्री से आयकर (संख्याक 2) विधेयक, 2025 पारित कराने का प्रस्ताव रखने को कहा। इसके बाद श्रीमती सीतारमण ने विधेयक पारित कराने का प्रस्ताव रखा। यह विधेयक भी बिना किसी चर्चा के ध्वनिमत से पारित कर दिया गया।
हंगामा जारी रहने के दौरान ही दोनों विधेयकों के पारित किये जाने के बाद श्रीमती राय ने सदन की कार्यवाही मंगलवार पूर्वाह्न 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।