नए साल 2023 (New Year) का हर कोई बेसब्री से इंतजार कर रहा है. नए साल के शुभ होने की कामना भी हर दिल में है. हर व्यक्ति ये जानने को भी उत्सुक है कि नया साल कैसा रहेगा? ऐसे में आज हम आपको ग्रह- नक्षत्रों की चाल के आधार पर नये साल के शुभ व अशुभ योग व उनके फल के बारें में बताने जा रहे हैं.
शुभ होगा नए साल (New Year) का पहला दिन
पंडित रामचंद्र जोशी के अनुसार ग्रहों की चाल के हिसाब से नये साल की शुरुआत सामान्यत: शुभ होगी. रविवार को अश्विनी नक्षत्र में शुरू हो रहे नए साल पर सुबह 7 बजकर 23 मिनट तक शिव व इसके बाद सिद्ध योग शुरू होगा. जो किसी भी संकल्प व सिद्धी के लिए अच्छा समय रहेगा.
इसके अलावा जीवन ऊर्जा देने वाले सूर्य, न्याय के देव शनि व ज्ञान के देव व ग्रह बृहस्पति का अपने घर में रहना भी शुभ फल देने वाला है. हालांकि मेष राशि में पहले से मौजूद पाप ग्रह राहु के साथ चंद्रमा का गोचर ग्रहण का अशुभ योग भी बना रहा है, जो जातक के लिए परेशानी का कारण बन सकता है.
शनि बनाएगा विपरीत राजयोग, चार ग्रहों का होगा गोचर
साल 2023 के पहले महीने में शनि का शश योग भी कई राशियों के लिए शुभ फल लेकर आएगा. 17 जनवरी 2023 को शनि अपनी गृह राशि कुंभ में प्रवेश करेगा. कुंभ शनि की मूल त्रिकोण राशि होने पर शश महापुरुष योग बनेगा. जो कुंभ, कन्या, मकर, मेष व वृषभ राशि के लिए शुभ फलदायी रहेगा. इसके साथ बनने वाला विपरीत राजयोग भी तुला, वृषभ व धनु राशि के लिए लाभदायक होगा. शनि के अलावा सूर्य, बुध और शुक्र का भी इस महीने गोचर होगा, जिसका भी जातकों पर असर रहेगा.
चार ग्रहण करेंगे पूरे साल को प्रभावित
पंडित जोशी के अनुसार ग्रहों की चाल यूं तो वर्षभर ही जनजीवन को प्रभावित करेगी, पर साल में पड़ने वाले चार ग्रहण, दो सूर्य ग्रहण व दो चंद्र ग्रहण का असर सबसे ज्यादा रहेगा. इनमें पहला सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल व दूसरा 14 अक्टूबर 2023 को होगा. इन दोनों ग्रहण के 15-15 दिन बाद ही 5 मई व 29 अक्टूबर को दो चंद्र ग्रहण होंगे.
ज्योतिष शास्त्र के हिसाब से सूर्य व चंद्र ग्रहण दोनों ही अशुभकारी हैं. दोनों का एक पखवाड़े में होना और भी ज्यादा अनिष्टकारी होने की मान्यता है. जिसका असर पूरे साल देखने को मिल सकता है.