उत्तर प्रदेश के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के परिणाम आने के बाद नवनिर्वाचित प्रधानों ने ऑनलाइन शपथ ली थी। शपथ लिए जाने के अंतिम दिन नव निर्वाचित ग्राम प्रधान सुरेश प्रसाद ने भी ऑनलाइन शपथ ली थी। इसे लेकर प्रदेश भर में सुर्खियां बनीं थीं क्योंकि उन्होंने वो शपथ एक निजी अस्पताल के कोविड वार्ड से ली थी जहां उनका कोरोना का इलाज चल रहा था। लेकिन बुधवार के दिन नव निर्वाचित ग्राम प्रधान सुरेश प्रसाद की कोरोना से मौत हो गई।
इसके बाद सुरेश प्रसाद के गांव में शोक की लहर है। आसपास के लोग इस बात से सदमे में हैं। गोरखपुर पिपराइच ब्लॉक की ग्राम पंचायत बरईपुर से 51 वर्षीय सुरेश प्रसाद ने चुनाव जीता था, मिठाइयां भी बांटी, लेकिन होना कुछ और था सुरेश प्रसाद कोरोना के शिकार हो गए। और एक निजी हॉस्पिटल में एडमिट होना पड़ा।
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उन्होंने पंचायती राज विभाग के अधिकारियों के पूछने पर अस्पताल से ही शपथ लेने की सहमति जताई थी, जिसके बाद जिला पंचायत राज अधिकारी हिमांशु शेखर ठाकुर ने उन तक प्रपत्र पहुंचाए और हस्ताक्षर भी कराए।
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में इस बार गोरखपुर पिपराइच ब्लाक की ग्राम पंचायत बरईपुर अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित थी। प्राइमरी पास सुरेश प्रसाद पुत्र सुदामा ने 50 फीसद से अधिक वोट पाकर जीत हासिल की। अब केवल शपथ लेने की इंतजार था लेकिन उससे पहले ही वे कोरोना से संक्रमित हो गए।
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इसके बाद आक्सीजन लेवल घटने पर परिवार के लोगों ने उन्हें एक निजी कोविड अस्पताल में भर्ती कराया। जिला पंचायत राज अधिकारी हिमांशु शेखर ठाकुर ने बताया कि सुरेश प्रसाद का बुधवार को उपचार के दौरान एक निजी अस्पताल में निधन हो गया है। यह काफी दुखद है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति एवं परिजनों को इस दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करे। हालांकि पूछे जाने पर उन्होंने यह भी बताया कि पंचायत उपचुनाव की प्रक्रिया शुरू हो रही है।