• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

रेलवे ने यात्रियों की सुरक्षा और सुविधाओं के लिए उठाया यह कदम, ध्यान से पढ़िए…

Desk by Desk
29/05/2022
in राष्ट्रीय
0
train
14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

गुवाहाटी। यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा में सुधार के लिए एक पहल के रूप में पूर्वोत्तर सीमा रेलवे (पूसीरे) ने मौजूदा पारंपरिक रैकों को एलएचबी डिजाइन रैकों में बदलकर प्रमुख कदम उठाए हैं। एलएचबी (लिंक हॉफमैन बुश) कोचों को बेहतर यात्री सुरक्षा के लिए डिजाइन किया गया है।

एलएचबी कोचों का निर्माण टक्कर-रोधी प्रौद्योगिकी के साथ किया जाता है, जो दुर्घटना के दौरान कम मौत का कारण बनता है। ये कोच हल्के वजन वाले कम संक्षारक स्टेनलेस स्टील से बने होते हैं, जिनमें आईसीएफ कोचों की तुलना में उच्च वहन क्षमता, गति क्षमता और बेहतर सुरक्षा होती हैं। अंदरूनी हिस्से अल्युमीनियम से बने होते हैं, जो पारंपरिक रैक की तुलना में इसे हल्का बनाते हैं। प्रत्येक कोच में उच्च गति पर कुशल ब्रेकिंग के लिए एक “उन्नत वायवीय डिस्क ब्रेक सिस्टम” भी है। इसके अलावा मॉड्यूलर इंटीरियर्स, जो छत एवं सामान रैक और चौड़ी खिड़कियों में प्रकाश व्यवस्था को एकीकृत करता है।

फेस पर निखार लाते है ये टुकडे, ऐसे करें इस्तेमाल

2021-22 के दौरान पूसीरे की 07 ट्रेनों को आईसीएफ से एलएचबी में परिवर्तित किया गया था। इस प्रकार, पूसीरे से शुरू होने वाली कुल 40 ट्रेनें अब एलएचबी में परिवर्तित हो गई हैं और उच्च गति के साथ दौड़ रही हैं।

एलएचबी कोचों की वातानुकूलित प्रणाली पुराने रैकों की तुलना में बेहतर है और इसे एक माइक्रो प्रोसेसर द्वारा नियंत्रित किया जाता है, जो गर्मियों के दौरान यात्रियों को बेहतर आराम देता है। सिस्टम को सर्दियों के मौसम के दौरान सुविधाजनक बनाने के लिए एक हीटिंग यूनिट के साथ सक्षम भी किया गया है। इन एलएचबी कोचों को सेंटर बफर कपलिंग (सीबीसी) प्रदान किया जाता है, जो अधिक सुरक्षा सुनिश्चित करता है।

चलती ट्रेनों में आग की रोकथाम की तकनीक को बढ़ाने के लिए, कुल 378 गैर वातानुकूलित कोचों में चोरी-रोधी व्यवस्था के साथ अग्निशमन यंत्र प्रणालियां प्रदान किये जाने से कोचों की कुल संख्या 1685 हो गई है। इसके अलावा, 22 एसी कोचों में फायर डिटेक्शन सिस्टम लगाया गया है, जो किसी भी कोच में आग लगने की स्थिति में अलार्म के साथ-साथ ट्रेन के ऑटो स्टॉपेज को सक्रिय करता है। अब कुल 1685 गैर वातानुकूलित कोच, 190 वातानुकूलित कोच, 98 पावर कार और 38 पेंट्री कारों में आग की रोकथाम के लिए सुरक्षा प्रावधान प्रदान किए गए हैं।

Tags: trainपूर्वोत्तर सीमा रेलवे
Previous Post

वट सावित्री व्रत में न करें ये गलतियां, इन बातों का रखें खास ध्यान

Next Post

Ladakh Accident : शहीद जवान का शव पहुंचा घर

Desk

Desk

Related Posts

Omar Abdullah
राजनीति

जो अंग्रेज नहीं कर सके वह मोदी ने कर दिखाया, उमर अब्दुल्ला ने की पीएम मोदी की तारीफ

06/06/2025
CM Dhami
राजनीति

शौर्य महोत्सव में बोले सीएम धामी – शहीदों का सम्मान हमारा कर्तव्य

06/06/2025
Corona
Main Slider

यूपी के इस जिले में कोरोना ने बढ़ाई टेंशन, लागू हुआ धारा-163

06/06/2025
PM Modi
Main Slider

आज की ही रात पाकिस्तान में कयामत बरसी थी: पीएम मोदी

06/06/2025
PM Modi inaugurated the world's highest Chenab Rail Bridge
Main Slider

पीएम मोदी ने दुनिया के सबसे ऊंचे चिनाब रेल ब्रिज का किया उद्घाटन

06/06/2025
Next Post
Ladakh Accident

Ladakh Accident : शहीद जवान का शव पहुंचा घर

यह भी पढ़ें

आज से शुरू हो रहा है बिग बॉस 15, ग्रैंड प्रीमियर में दिखेगा इनका जलवा

02/10/2021
culprit baba

छठवीं शादी करने जा रहे ढोंगी बाबा को पुलिस ने किया गिरफ्तार

18/06/2021
Dead Body

एक ही दुपट्टे के सहारे फांसी पर लटके मिले प्रेमी युगल के शव

10/05/2023
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version