सिंघु बार्डर पर शुक्रवार तडक़े युवक का हाथ काटकर लाश लटकाने के मुख्य आरोपी निहंग सिंघ घटना के करीब 15 घंटे बाद पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। साथी निहंगों ने जैकारों के साथ उसे पुलिस की जीप में बिठाया वहीं आरोपी ने सार्वजनिक रूप से कहा कि उसे अपने किए पर कोई पछातावा नहीं है।
शुक्रवार तडक़े पंजाब के तरनतारन निवासी लखबीर सिंह की हत्या करके शव को संयुक्त किसान मोर्चा की स्टेज के आगे लटका दिया था। दोपहर के समय पुलिस ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया। इस मुद्दे को लेकर चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अधिकारियों की बैठक ली। जिसमें गृहमंत्री भी मौजूद रहे। इसके बाद शाम करीब छह बजे कुंडली थाने से पुलिस की एक टीम सिंघु बॉर्डर पर निहंगों के डेरे में पहुची।
सोनीपत के डीएसपी वीरेंद्र राव की अगुआई वाली इस टीम के कुछ सदस्य सीधे निहंगों के साथ उनके पंडाल में चले गए, जबकि अन्य पुलिस वाले पंडाल के बाहर खड़े रहे। इस टीम में सोनीपत सीआईए के इंचार्ज योगेंद्र यादव भी शामिल थे। निहंगों के डेरे में सरबजीत सिंह नाम के निहंग ने पुलिस टीम के सामने सरेंडर किया।
भाजपा सरकार की नीति और नीयत विभाजनकारी : अखिलेश
करीब सवा छह बजे आरोपी सरबजीत सिंह पुलिस टीम के साथ जब बाहर निकला तो भारी संख्या में निहंग तथा आंदोलकारी किसान वहां जमा हो गए। जिन्होंने बोले सो निहाल के नारे भी लगाए। सरेंडर से पहले सरबजीत सिंह को सिरोपा पहनाया गया।
सरेंडर के बाद सरबजीत ने कहा कि यह किसान आंदोलन का नहीं, बल्कि गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी का मामला है। सरबजीत सिंह ने कहा कि उसे अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है। अगर जरूरत पड़ी तो ऐसे दोषियों को एक बार नहीं बार-बार सजा दी जाएगी। आरोपी निहंग को शनिवार को अदालत में पेश किया जाएगा।