उत्तर प्रदेश के बदायूं उघैती इलाके में रविवार रात एक धर्मस्थल में महिला की दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट से सनसनीखेज खुलासा हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक महिला के साथ न सिर्फ सामूहिक दुष्कर्म किया बल्कि उसके प्राइवेट पार्ट में रॉड डाल दी, जिससे उसका आंतरिक हिस्सा तक फट गया।
आरोपियों ने महिला का पैर और एक पसली तोड़ दी थी। उसके शरीर का सारा खून बह जाने से उसकी मौत हुई। अब उघैती पुलिस ने धर्मस्थल के पुजारी सत्यनारायण दास, मेवली निवासी वेदराम और यशपाल के खिलाफ हत्या व दुष्कर्म के आरोप में एफआईआर दर्ज कर ली है। फिलहाल, सभी आरोपी फरार हैं। थाना पुलिस ने मामले को हादसे का रूप देने की कोशिश की थी।
महिला रविवार देर शाम पास के ही गांव में धर्मस्थल पर पूजा करने गई थी। उसी रात 11 बजे धर्म स्थल की देखरेख करने वाला अपने दो साथियों के साथ बोलेरो से महिला का खून से लथपथ शव लेकर घर पहुंचा। जब तक परिजन बाहर आते, वे शव घर के बाहर फेंककर फरार हो गए। हालांकि, इस दौरान महिला के बच्चों ने तीनों को पहचान लिया, जिसके बाद रात में ही पुलिस को खबर कर दी। ग्रामीणों ने आरोपित सत्यनारायण को फोन किया तो बहाने बनाने लगा। शिकायत के बावजूद पुलिस अगले दिन सोमवार को देर शाम गांव पहुंची। मंगलवार को पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई तो अफसरों के होश उड़ गए।
29 दिन बाद पेट्रोल-डीजल की कीमत में भारी बढ़त, जानें नए रेट
महिला के शरीर को हैवानों ने बुरी तरह नोचा था। कई चोट के निशान मिले। इतना ही नही, उसका निजी अंग पूरी तरह क्षतिग्रस्त मिला। आशंका जताई जा रही है कि रॉड डालने से यह स्थिति हुई। मामला बढ़ता देख पुलिस ने आनन-फानन में महंत सत्यनारायण, मेवली निवासी वेदराम और जसपाल पर सामूहिक दुष्कर्म और हत्या की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया।
एसपी देहात सिद्धार्थ वर्मा ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि हुई है। सामूहिक दुष्कर्म और हत्या की धाराओं में धर्मस्थल के महंत समेत तीनों आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। आरोपित फरार हैं, उनकी तलाश में दबिशें दी जा रही हैं, उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर जेल भेजेंगे।
दुष्कर्म की घटनाओं के लिए देश-दुनिया में शर्मसार हो चुके बदायूं की पुलिस ने इस घटना से भी कोई सबक नहीं लिया। हैवानियत के 17 घंटे बाद भी महिला की लाश घर के बाहर पड़ी रही और शिकायत के बावजूद पुलिस सोती रही। मौके पर जाने की जहमत नहीं उठाई। ग्रामीणों के हंगामे के बाद पुलिस गांव पहुंची। पुलिस की संवेदनहीनता का अंदाजा इसी से लगा सकते हैैं कि परिवार वाले गुहार लगाते रहे और पुलिस अगले दिन पर मामला टालती रही।
सभी हज यात्रियों को लगेगा कोरोना का टीका : नकवी
परिजनों के मुताबिक, रविवार रात करीब 11 बजे महिला का शव उसके घर के सामने फेंककर भागे थे। इसके तुरंत बाद महिला के बच्चों ने फोन पर सूचना देकर आसपास के रिश्तेदारों को बुलवा लिया। दो घंटे बाद रात एक बजे थाना पुलिस को खबर की। रात भर पीड़ित पक्ष फोन करता रहा और पुलिस घटना को नजर अंदाज करती रही। सोमवार सुबह मृतका के रिश्तेदार खुद थाने पहुंचे तो उनसे कह दिया गया कि पुलिस पहुंच रही है।
सामूहिक दुष्कर्म के बाद महिला की हत्या के मामले में ग्रामीण पुलिस की कार्यशैली को लेकर काफी आक्रोशित थे। इसकी जानकारी पुलिस अफसरों को मिली तो उन्होंने अंत्येष्टि के दौरान कोई विवाद न हो, इसलिए अंत्येष्टि स्थल पर फोर्स तैनात कर दी। फिलहाल रात में ही शव की अंत्येष्टि करने की तैयारी चल रही थी।