पटना। तीन चरणों में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में पहले चरण के नामांकन की आखिरी तारीख से एक दिन पहले काफी जद्दोजहद के बाद आखिरकार जदयू ने बुधवार को अपने सभी 115 प्रत्याशियों का एलान कर दिया। जदयू प्रत्याशियों की इस सूची में एक नाम ऐसा है जिसने सबको चौंकाया है। यह नाम है नीतीश सरकार की पूर्व मंत्री मंजू वर्मा का। मंजू वर्मा को नीतीश कुमार ने चेरिया बरियारपुर विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है।
बता दें कि मंजू वर्मा 2018 में पूरे देश को हिलाकर रख देने वाले मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड की आरोपी हैं और जिन्हें पार्टी ने खुद निकाल दिया था। वर्मा उस वक्त नीतीश सरकार में समाज कल्याण विभाग की मंत्री थीं। विपक्ष का आरोप है कि वर्मा की नाक के नीचे बालिका गृह कांड होता रहा और वह आंखें मूंदे रहीं।
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गौरतलब है कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह में 34 लड़कियों के साथ दुष्कर्म किया गया था। इस पूरे मामले में कथित रूप से मंजू वर्मा के पति चंद्रशेखर वर्मा के भी शामिल होने की बात सामने आई थी। बालिका गृह कांड की जांच के दौरान मंजू वर्मा के घर पर पुलिस की छापेमारी में अवैध हथियार और कई कारतूस बरामद किए गए थे।
इसके अलावा हाल ही में पार्टी में शामिल पुलिस अधिकारी सुनील कुमार को भोरे सुरक्षित सीट से उम्मीदवार बनाया गया है जबकि पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय का नाम इस सूची में शामिल नहीं है। पार्टी ने 18 नए कार्यकर्ताओं पर इस बार दाव लगाया है और उन्हें टिकट दी है। तो वहीं 10 मौजूदा विधायकों का पत्ता साफ हो गया है। टिकट कटने वालों में वरिष्ठ मंत्री कपिलदेव कामत भी हैं।