पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि प्रदेश को नरसंहार के दौर से निकाल कर विकास की राह पर लाए हैं। इस बार भी जनता का अपार समर्थन मिलना तय है। उन्होंने कहा कि आगे भी बिहार की सेवा करते रहेंगे। मुख्यमंत्री गुरुवार को सरैया, मीनापुर, समस्तीपुर के हसनपुर, सिंघियाघाट, समस्तीपुर के हसनपुर, विभूतिपुर व सीवान के दरौंदा में चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे।
सीएम ने कहा कि उनकी सरकार सभी जाति और धर्म को साथ लेकर चलती है। उनकी सरकार ने महिलाओं को सम्मान दिया है। महिलाओं को पंचायत चुनाव से लेकर नौकरी तक में पचास फीसदी आरक्षण दिया। एक करोड़ बीस लाख महिलाओं को जीविका से जोड़ा और उन्हें आत्मनिर्भर बनाया। लड़कियों के लिए पोशाक और साइकिल योजना न केवल देश भर में चर्चित रही बल्कि इससे उनकी जीवन दशा बदल गई।
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मुख्यमंत्री ने बगैर नाम लिये लालू प्रसाद, तेजस्वी और तेज प्रताप पर जमकर तंज कसा। उन्होंने कहा कि ऐश्वर्या बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री दारोगा प्रसाद राय की पोती हैं। लेकिन उनके साथ क्या हुआ?, यह बिहार के सभी लोग जानते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि नगर निकाय और पंचायत चुनाव में आरक्षण दिये जाने के कारण महिलाओं व अति पिछड़ों में राजनीतिक जागरूकता बढ़ने के साथ विकास में उनकी भागीदारी भी बढ़ी है। महिलाओं को पुलिस व सरकारी नौकरी में 35 प्रतिशत आरक्षण दिया है।
सीएम ने कहा कि जब जनता ने 15 साल का मौका दिया था। तब कहां थे रोजगार देने वाले। आज 10 लाख रोजगार देने की बात करते हैं। जब पति को जेल जाने की नौबत आई तो पत्नी को घर से निकालकर गद्दी पर बैठा दिया। तब कहां था समाजवाद? क्या उनकी नजर में गद्दी संभालने के लिए अपनी पत्नी ही सबसे उपयुक्त लगीं।
यह परिवारवाद का सबसे बड़ा उदाहरण है। इनकी सोच पति-पत्नी, बेटा- बेटी के बाहर जाती ही नहीं। या फिर ये सत्ता को अपनी विरासत बनाकर रखना चाहते थे। परंतु यहां तो जनता मालिक है। जनता का जो काम करेगा, जनता उसे ही गद्दी देगी। हमारे लिए पूरा बिहार एक परिवार है।
हमारी सोच पूरे बिहार के विकास के लिए है। हमारी हर योजना पूरे बिहार के हर गांव व हर घर के लिए होती है। हमारी सरकार बिहार के विकास के लिए सोचती है। दिन-रात काम करती है। जिसका परिणाम आप सभी के सामने है। बिहार अपराध व भ्रष्टाचार से बहुत आगे निकल चुका है। निरंतर आगे बढ़ रहा बिहार अब पीछे लौटना नहीं चाहता है।