नई दिल्ली| मनमाने ढंग से फीस बढ़ाने वाले प्राइवेट स्कूलों के खिलाफ निर्णय लेने के लिए महाराष्ट्र के शिक्षा विभाग ने एक कमेटी का गठन किया था। एक महीना बीत जाने के बाद हाल ये है कि अब तक एक भी स्कूल पर कार्रवाई नहीं की गयी है।
राज्य शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि “कोविड की वजह आने-जाने पर रोक के चलते इन कमेटियों के काम में कुछ देरी हो रही है। हालांकि अधिकारी जल्द ही इसपर रिपोर्ट देंगे।”
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पिछले कुछ महीनों में मनमाने ढ़ंग से फीस बढ़ाने वाले इन स्कूलों के खिलाफ बहुत से अभिवावकों ने सोशल मीडिया के माध्यम से विरोध जताया है। अभी 10 अक्टूबर को फोरम फॉर फेयरनेस इन एजुकेशन नामक एन.जी.ओ के आवह्न पर बहुत से अभिभावकों ने थाली बजाओ आंदेलन में भी हिस्सा लिया था।
बहुत सी शिकायतों के बावजूद शिक्षा विभाग ने इन निजी स्कूलों पर कोई कार्यवाई नहीं की है। यह अभिवावकों की चिंता का बड़ा मुद्दा है। दक्षिणी मुंबई के एक अभिवावक ने बताया कि “बहुत से अभिवावकों के विरोध करने के बावजूद फीस बढ़ा दी गई। फैसले के खिलाफ जाने वाले लोगों को धमकी दी गई कि उनके बच्चों को स्कूल से निकाल दिया जाएगा।”