नई दिल्ली। 1 सितंबर, 2020 तरलीय पेट्रोलियम गैस (एलपीजी) की कीमत मेट्रो शहरों में लगातार चौथे महीने स्थिर बनी रही। इसका मतलब है कि तेल विपणन कंपनियों द्वारा सितंबर माह में भी रसोई गैस सिलेंडर पिछले माह वाली कीमत पर ही उपलब्ध कराया जाएगा। देश में प्रत्येक माह की पहली तारीख को रसोई गैस सिलेंडर की कीमत में संशोधन किया जाता है।
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जून और जुलाई में एलपीजी सिलेंडर की कीमत में मामूली बढ़ोतरी हुई थी। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन की वेबसाइट के मुताबिक मेट्रो शहरों में गैर-सब्सिडी वाले 14.2 किग्रा एलपीजी सिलेंडर की कीमत एक सितंबर, 2020 से दिल्ली में 594 रुपए, कोलकाता में 620.50 रुपए, मुंबई में 594 रुपए और चेन्नई में 610 रुपए है।
मई और जून माह में रसोई गैस सिलेंडर खरीदने वाले उपभोक्ताओं के खाते में सरकार द्वारा कोई सब्सिडी जमा नहीं कराई गई थी। पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने इसकी पीछे की वजह बताते हुए कहा था कि मई 2020 से एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में गिरावट आने की वजह से, इनकी कीमत में सब्सिडी का कोई हिस्सा नहीं था। इसलिए मई, 2020 और जून 2020 माह में आपूर्ति किए गए एलपीजी सिलेंडर के लिए कोई भी सब्सिडी का ट्रांसफर उपभोक्ता के सीधे बैंक खातों में नहीं किया गया है।
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फरवरी में एलपीजी सिलेंडर की कीमत दिल्ली में 858.50 रुपए थी, जो मार्च में घटकर 805.50 रुपए रह गई थी। मई में एलपीजी सिलेंडर की कीमत 744 रुपए से घटकर 581.50 प्रति लीटर पर आ गई। एक जुलाई को पेट्रोलियम कंपनियों ने 14.2 किलोग्राम के गैर-सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडर की कीमत में 1 रुपए की वृद्धि की थी।
एलपीजी सिलेंडर को भारत में बाजार मूल्य पर बेचा जा रहा है लेकिन सरकार सब्सिडी का भुगतान सीधे पात्र उपभोक्ताओं के बैंक खातों में करती है। बाजार मूल्य और सब्सिडी वाले सिलेंडर की कीमत के बीच अंतर वाली राशि को सब्सिडी के रूप में सरकार उपलब्ध कराती है। प्रत्येक परिवार को साल में 12 एलपीजी सिलेंडर सब्सिडी मूल्य पर उपलब्ध कराए जाने का प्रावधान है। इसके बाद बाजार मूल्य पर सिलेंडर खरीदना होता है।