लद्दाख के कई स्थानों से सैनिकों को पीछे हटाने के अगले चरण को लेकर चीन से जारी गतिरोध के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह रविवार को केंद्रशासित प्रदेश के तीन दिवसीय दौरे पर पहुंचे। इस दौरान वह लेह में पूर्व सैनिकों से मिले और उऩ्होंने कहा कि हमारी सेना के जवानों, पूर्व सैनिकों के प्रति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिल में कितना सम्मान है ये बताने की जरूरत नहीं है। 30-40 वर्षों से वन रैंक, वन पेंशन की समस्या चली आ रही थी। नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री बनते ही वन रैंक, वन पेंशन की मांग को पूरा किया।
#WATCH Defence Minister Rajnath Singh, army personnel and veterans chant 'Bharat Mata ki Jai' slogan at Leh
The Defence Minister is on a 3-day visit to Ladakh. pic.twitter.com/nqtW9pH7sh
— ANI (@ANI) June 27, 2021
राजनाथ ने यह भी कहा कि सेवा के बाद पुनर्वास की समस्या भी बनी रहती है। इसके साथ ही पुनर्वास महानिदेशालय द्वारा समय-समय पर रोजगार मेलों का भी आयोजन किया जाता है, जिसमें बड़ी संख्या में पूर्व सैनिकों को रोजगार दिया जाता है। हम इस काम में तेजी लाने की कोशिश कर रहे हैं। हमारा उद्देश्य है कि आप सभी का उसी तरह ध्यान रखा जाए जिस तरह आप सभी ने देश की सुरक्षा का ध्यान रखा है। इसके बावजूद अगर आप लोगों को कहीं कोई दिक्कत है तो उसके लिए हेल्पलाइन की भी व्यवस्था की गई है।
रवानगी से पहले ट्वीट करके राजनाथ सिंह ने कहा, ‘नई दिल्ली से लद्दाख के लिए रवाना हो रहा हूं। अपनी यात्रा के दौरान, मैं सैनिकों के साथ बातचीत करूंगा और सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) द्वारा निर्मित कई बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के उद्घाटन समारोह में भाग लूंगा।’
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बता दें कि राजनाथ सिंह लद्दाख के दौरे पर सैन्य अभियानों की तैयारियों का जायजा लेंगे। दो दिनों पहले ही पिछले साल मई से जारी तनाव को दूर करने के लिए भारत व चीन के राजनयिकों के बीच ताजे दौर की वार्ता हुई है। वह इस दौरान सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) द्वारा निर्मित ढांचागत परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे।
सूत्र बताते हैं कि रक्षा मंत्री पूर्वी लद्दाख में अधिक ऊंचाई पर स्थित सैन्य बेस व संरचनाओं का जायजा लेकर जमीनी स्थिति का मूल्यांकन करेंगे और वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर तैनात जवानों का मनोबल बढ़ाएंगे। फरवरी में समझौते के बाद भारत व चीन द्वारा पैंगोंग झील के पास से सेना, टैंक व अन्य साजो-सामान को पीछे हटाने के बाद राजनाथ सिंह का पूर्वी लद्दाख का यह पहला दौरा होगा।