नई दिल्ली| डीयू में 10 अगस्त से प्रस्तावित ओपन बुक परीक्षा के लिए एक बार फिर मॉक टेस्ट लिए जा रहे हैं। मंगलवार को मॉक टेस्ट के दूसरे दिन भी छात्रों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा। इसे देखते हुए छात्र संगठनों ने मॉक टेस्ट को फेल बताया है।
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लॉगइन करने में दिक्कत : मॉक टेस्ट के दूसरे दिन कोई छात्र परीक्षा शुरू होने के बाद तक लॉगइन नहीं कर सका तो कोई उत्तर पुस्तिका को अपलोड ही नहीं कर सका। एक छात्र ने बताया कि कई विद्यार्थियों का पंजीकरण अभी तक नहीं हुआ है, इस वजह से वह लॉगइन नहीं कर सके। वहीं, कई छात्र सही आईडी व पासवर्ड डालने के बाद भी लॉगइन नहीं कर सके। इसी तरह कई छात्रों को प्रश्न पत्र नहीं मिला तो कई छात्रों का वेबसाइट खोलने के बाद एरर लिखा दिखाई देता रहा। इस बाबत पूछने पर डीयू अधिकारियों ने कोई भी जबाब नहीं दिया।
ऑनलाइन परीक्षा रद्द करें
छात्र संगठनों ने इस पूरी प्रक्रिया को फेल बताते हुए ऑनलाइन परीक्षा रद्द करने की मांग की। छात्र संगठन सीवाईएसएस ने बयान जारी कर कहा कि डीयू के अधिकांश छात्र मॉक टेस्ट वाली वेबसाइट खोलने में ही असक्षम हैं। बाढ़ग्रस्त क्षेत्र जैसे बिहार, असम और अधिकांश ग्रामीण इलाकों में बिजली और इंटरनेट की सुविधा नहीं है, ऐसे में वे मॉक टेस्ट कैसे देंगे।
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सीवाईएसएस की मीडिया प्रभारी शिवानी सिंह के मुताबिक जो छात्र शहरों में हैं, उन्हें भी वेबसाइट नहीं खुलने, प्रश्न पत्र डाउनलोड करने और उत्तर पुस्तिका अपलोड न होने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही कई ऐसे छात्र हैं, जो जम्मू कश्मीर से हैं, वहां 4जी इंटरनेट सेवाएं महीनों से बंद हैं। ऐसे में ऑनलाइन ओपन बुक परीक्षा करवाना छात्रों के साथ सरासर नाइंसाफी है। हमारी मांग है कि ऑनलाइन ओपन बुक परीक्षाएं रद्द की जाए। साथ ही सभी छात्रों को उनके पिछले सेमेस्टर के प्रदर्शन आधार पर अंक देकर पास कर दिया जाए। जल्द से जल्द दिल्ली विश्वविद्यालय परिणाम घोषित करे।