उत्तर प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अब जिलाधिकारियों को कोविड अस्पतालों के लिए सेक्टर प्रणाली लागू करने के निर्देश दिए हैं।
सीएम ने आदेश दिए हैं कि हर सेक्टर के लिए प्रभारी मजिस्ट्रेट की नियुक्ति की जाए और कोविड मरीजों के इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएं। सीएम ने कहा कि हर किसी की जान बचाना सरकार की प्राथमिकता है और इसे सुनिश्चित करने की हमारी सभी की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि सरकारी और निजी अस्पतालों में बेड उपलब्ध होने पर कोरोना पॉजिटिव मरीज को भर्ती करने से कोई मना नहीं करे।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यदि निजी अस्पताल में मरीज भुगतान करने में सक्षम नहीं है तो ऐसी स्थिति में राज्य सरकार आयुष्मान भारत योजना के तहत अनुमन्य दर पर वहां मरीज के इलाज का भुगतान करेगी। उपचार के अभाव में किसी मरीज का नुकसान नहीं होना चाहिए। इसके साथ ही सभी जनपदों में बेड की संख्या दोगुनी की जाएं। सभी जिलाधिकारी और सीएमओ डिस्चार्ज पॉलिसी को तुरंत प्रभाव से लागू करें।
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सीएम ने कहा कि 1 मई से प्रस्तावित कोविड टीकाकरण कार्यक्रम की सभी व्यवस्थाओं को समय से किया जाए और टीकाकरण को सुनिश्चित किया जाए। इंटीग्रेटेड कमांड और कंट्रोल सेंटर 24 घंटे काम करें। हेल्पलाइन नंबर पर आने वाली सभी कॉल्स को लेकर समस्याओं का जल्द समाधान हो।
सीएम ने आदेश दिया कि सभी जनपदों के सरकारी एवं निजी चिकित्सालय प्रतिदिन सुबह 8 बजे और शाम 4 बजे भरे व खाली बेड की संख्या प्रमुखता से डिस्प्ले करें। होम आइसोलेशन के सभी मरीजों से नियमित टेलीकंसल्टेंसी की जाए, उन्हें न्यूनतम 07 दिन की सभी निर्धारित दवाओं की मेडिकल किट उपलब्ध करवाई जाएं। वहीं सभी सरकारी तथा निजी प्रयोगशालाओं द्वारा टेस्टिंग क्षमता में वृद्धि की जाए। निजी प्रयोगशालाएं क्वालिटी टेस्ट करते हुए, घर से जांच करने के लिए सैम्पल कलेक्ट करें. साथ ही समय पर टेस्ट रिजल्ट उपलब्ध करवाए जाएं। वहीं निजी प्रयोगशाला या अस्पताल यदि ज्यादा शुल्क लेते मिले तो उनपर सख्त कार्रवाई होगी।
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इसके साथ ही उन्होंने जानकारी दी कि ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता के लिए राज्य सरकार द्वारा युद्धस्तर पर किये गए प्रयासों से प्रदेश में ऑक्सीजन की आपूर्ति हर दिन बेहतर होती जा रही। जनपदों की मांग के अनुसार रेमडेसिविर के पर्याप्त वायल उपलब्ध कराये जा रहे हैं।