लखनऊ। उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के सुल्तानपुर उपमंडल में गैंग नंबर 33 के कीमैन मोहम्मद इस्तेखार की बीते 12 दिसंबर को ट्रेन से टकरा कर मौत हो गई है। इसकी वजह कीमैनों का प्रशिक्षण नहीं दिया बताया जा रहा है।
2015 के बाद नियुक्त कीमैन का प्रशिक्षण व मेडिकल जांच कब होगी?
रेलवे के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 2015 के बाद अभी तक जो भी कीमैन बना है। उसमें अधिकतर कर्मचारियों को अभी तक कीमैन का प्रशिक्षण नहीं दिया गया है। इसके साथ ही भर्ती होने के बाद किसी का मेडिकल जांच भी नहीं हुई है। सूत्र बताते हैं कि कीमैन मुहम्मद इस्तेखार को पिछले कुछ महीनों से कम सुनाई पड़ रहा था और आंख से कम दिखाई भी देता था। इतनी गंभीर समस्या होने के बाद भी उनसे कीमैन जैसे जोखिम भरा काम कराया जाना रेलवे प्रशासन की लापरवाही को उजागर करता है।
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आखिर रेल प्रशासन ट्रैकमैनो का मेडिकल व प्रशिक्षण क्यूं नहीं करवा रहा है ?
अब सवाल उठता है कि आखिर रेल प्रशासन ट्रैकमैनो का मेडिकल व प्रशिक्षण क्यूं नहीं करवा रहा है ? यह कहने में जरा भी संदेह नहीं है कि यदि रेल प्रशासन का यही रवैया रहा तो भविष्य में और भी ट्रैकमैनो की मौत से इंकार नहीं किया जा सकता है। रेलवे के सूत्र बताते हैं कि इसके जिम्मेदार वरिष्ठ मंडल अभियंता समन्वय एवं मंडल रेल प्रबंधक लखनऊ हैं।