Site icon 24 GhanteOnline | News in Hindi | Latest हिंदी न्यूज़

संक्रमित होने के बाद ठीक हो गए पता भी नहीं चला, आगरा में सामने आए 40 मामले

कोरोना पॉजिटिव

इटावा में 162 नए कोरोना पॉजिटिव मिले

आगरा। एसएन मेडिकल कॉलेज की पैथोलॉजी में की गई जांच में छह केस अजीब मिले हैं। इन लोगों में एंटीबॉडीज तो बनी लेकिन 14 दिन पहले उनकी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई थी। अब मुद्दा यह है कि जब वायरस शरीर में आया नहीं तो एंटीबॉडीज कैसे बन गईं और इन्हें संक्रमित होने का पता क्यों नहीं चला? डॉक्टरों का कहना है कि हो सकता है कि जांच के समय वायरस का लोड कम हो और वह प्रभावी न हो। जिन लोगों की प्रतिरोधक क्षमता अधिक होती है, उनमें ऐसा देखने को मिल रहा है।

क्या भारत में लोग उठा सकेंगे फाइजर बायोएनटेक की कोरोना वैक्‍सीन का फायदा

एसएन मेडिकल कॉलेज की पैथोलॉजी लैब की प्रभारी डॉ. नीतू चौहान ने बताया कि सात महीने में 252 लोगों ने एंटीबॉडीज की जांच कराई है। कई ऐसे रहे जो खुद संक्रमित नहीं मिले थे लेकिन इनके परिजन या सहकर्मी में वायरस मिला था। इस कारण इन्होंने जांच कराई। इनमें से छह लोग ऐसे मिले, जिनकी रिपोर्ट 14 दिन पहले निगेटिव थी। अब इन्होंने एंटीबॉडीज की जांच कराई तो सभी में ये पाई गईं। इतना ही नहीं, अन्य के मुकाबले इन छह में एंटीबॉडीज सबसे बेहतर पाई गई।

बुखार आने पर कराई थी जांच

शाहगंज निवासी 43 वर्षीय उद्यमी का पूरा परिवार संक्रमित हो गया था। उद्यमी को एक दिन हल्का बुखार आया, ऐसे में उन्हें संक्रमण होने की आशंका थी, 14 दिन बाद परिवार और खुद की एंटीबॉडीज की एसएन मेडिकल कॉलेज में जांच कराई तो ये शरीर में मिलीं।

चिकित्सक की रिपोर्ट आई थी निगेटिव 

एसएन मेडिकल कॉलेज की 34 साल की चिकित्सक ने संक्रमित होने की आशंका पर खुद और परिजनों जांच कराई। वह निगेटिव जबकि परिजन पॉजिटिव मिले। इसके बाद उन्हें खराश हुई थी, इस कारण 14 दिन अपनी और परिजनों की एंटीबॉडीज की जांच कराई। सभी में एंटीबॉडीज मिली।

यूपी में पांच और छह दिसंबर को नहीं जमा होगा बिजली बिल

40 लोग ठीक हो गए.. संक्रमित होने का पता न चला

एसएन मेडिकल की पैथोलॉजी लैब में हर मंगलवार और शुक्रवार को एंटीबॉडी की जांच हो रही है। अब तक 252 लोगों में से 40 ऐसे मिले, जिनको पता हीं नहीं चला कि कोरोना वायरस कब हुआ और कब खत्म हो गया। यह 25 से 35 साल के उम्र के रहे। इन्होंने कोई दवा नहीं ली और कोरोना वायरस की जांच भी नहीं कराई थी। डॉक्टर की पूछताछ में पता चला तीन ने महज हल्की खांसी की बात कही, बाकी ने कोई लक्षण नहीं बताया

 

Exit mobile version