विकास भवन सभागार में पराली प्रबंधन में मशरूम उत्पादन कर प्रभावी नियंत्रण व आय प्राप्त कर लाभ कमाएं विषय पर आयोजित गोष्ठी के अंतर्गत कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार ने कहा कि पराली जलाने से होने वाले दुष्प्रभाव एवं प्रभावी नियंत्रण विषय पर महत्वपूर्ण जानकारी विशेषज्ञों द्वारा दी जा रही है। उक्त जानकारी को आत्मसात करते हुए क्षेत्र की अन्य महिलाओं को भी जानकारी देते हुए उसे अपनी खेती किसानी में प्रयोग करें ताकि गांव का पर्यावरण दूषित न हो और आय में बढ़ोतरी हो।
जिलाधिकारी ने बताया कि जो लोग अपनी खेतों में पराली जलाते हैं, वह न जलाएं क्योंकि इससे मिट्टी की उर्वरकता कम होती है व मिट्टी ऊसर हो जाती है। जिससे फसल पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। उन्होंने गोष्ठी में फसल अवशेष अथवा पराली जलाने से होने वाले नुकसान एवं इसके उचित प्रबंधन से होने वाले लाभों को समूह की महिलाओं को विस्तार से बतायें जाने के निर्देश दिए। उन्होंने सहायता समूह की महिलाओं के द्वारा वेस्ट डीकम्पोजर के प्रयोग को बढ़ावा दिये जाने पर विशेष बल दिया। उन्होंने समूह की महिलाओं को फसल अवशेष के उचित प्रबंधन के लिए इन-सीटू योजनान्तगर्त नव विकसित क़ृषि यंत्रों यथा सुपर स्ट्रा मैनेजमेनट सिस्टम, हैप्पीसीडर, सुपर सीडर, जीरो टिल सीड कम फ़र्टिलाइज़र ड्रिल, श्रब मास्टर, पेडी स्ट्राचार, श्रेडर, मल्चर, रोटरी स्लेर, हाइड्रोलिक रिवसेर्बल, एमबी प्लाऊ, बेलिंग मीन, क्राप रीपर की जानकारी देते हुये विभाग द्वारा अनुमन्य अनुदान से भी परिचित कराया और इन सभी का लाभ लेने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने शासन की मंशा के अनुरूप धान का पुवाल ग्राम सभा द्वारा अपने खर्च पर निराश्रित गोवंश स्थल तक भेजे जाने की प्रक्रिया की भी जानकारी दी।
डीडी कृषि ने बताया कि जनपद में पराली प्रबंधन के संबंध में जागरुकता कार्यक्रम के बाद भी ग्रामीणों द्वारा कृषि अवशेष में आग लगाए जाने की घटनाओं की जानकारी एनजीटी के माध्यम से प्राप्त हुई, जिस के संबंध में 30 लोगों को नोटिस जारी किए गए हैं। तहसील मोंठ में सबसे अधिक पराली जलाए जाने की घटनाएं हुई है। उन्होंने बताया कि एक कंबाइन हार्वेस्टर को भी सीज़ किया गया है और दो लोगों के राशनकार्ड निलंबित किए गए हैं।
कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी शैलेष कुमार, डीडीओ सुनील कुमार, दीपक कुशवाहा एसएमएस, विनय मोघे एसएमएस, गौरव जिला मिशन प्रबंधक, ब्लॉक मिशन प्रबंधक व विकासखंड बबीना के स्वयं सहायता समूह की महिलाए उपस्थित रहीं।