लखनऊ। कोरोना मरीजों को जांच रिपोर्ट के लिए अभी तक दो से तीन दिन का इंतजार करना पड़ता था, लेकिन अब महज 35 मिनट में कोरोना जांच संभव है। विशेषज्ञों का दावा है कि इससे सटीक जांच के साथ कोरोना की स्टेज भी तय करने में मदद मिलेगी। जिससे कोरोना मरीजों के इलाज की दिशा तय करने में आसानी होगी। बता दें कि देश में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। समय पर कोरोना की जांच से संक्रमण के प्रसार को आसानी से रोका जा सकता है।
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अलीगंज स्थित निवारण पैथोलॉजी सेंटर के प्रमुख डॉ. मृदुल मेहरोत्रा ने बताया कि बेहतर इलाज के सटीक जांच और उसकी स्टेज जानने की जरूरत है। कोरोना की तीन स्टेज हैं। माइल्ड, मौडरेट और सीवियर। जीन एक्सपर्ट महंगी जांच है। इस पर करीब 7000 रुपये खर्च आ रहा है। लिहाजा सरकार को इस जांच की कीमत में सुधार की जरूरत है। उन्होंने बताया कि यूपी में दो पैथोलॉजी सेंटर में जीन एक्सपर्ट जांच हो रही है।
ये होती हैं जांच
- रैपिड एंटीजेन टेस्ट के लिए नाक व गले से नमूना लेते हैं।
- आरटी-पीसीआर जांच के लिए नमूना मुंह और नाक से लिया जाता है। जांच रिपोर्ट दो से तीन दिन में आती है।
- ट्रूनेट मशीन से जांच एक से डेढ़ घंटे में हो रही है। केजीएमयू, लोहिया संस्थान और पीजीआई में मरीजों को रिपोर्ट हासिल करने में पांच से छह घंटे लग रहे हैं।
- जीन एक्सपर्ट जांच के लिए भी नमूना नाक से लिया जाता है।
- एंटीबॉडी जांच। यह खून का नमूना लेकर जांच की जाती है।
ये तय हुई हैं कीमतें
- आरटीपीसीआर जांच का शुल्क 1600
- ट्रूनेट जांच की दर 2000