नई दिलली। कोरोना वायरस की महामारी के चलते पूरी दुनियाभर के कई व्यापारों को भारी नुकसान झेलना पड़ा है। वैसे ही विमानन सेक्टर बुरी तरह प्रभावित हुआ है। अब जल्द ही दिल्ली एयरपोर्ट से उड़ान भरने वाले यात्रियों को अपनी जेब कुछ ज्यादा खाली करनी पड़ेगी। डीआईएएल ने विमानन मंत्रालय को लिखी चिट्ठी में अप्रैल 2020 से मार्च 2024 तक 3538 करोड़ रुपये के घाटे या कमी का अनुमान जताया था।
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अगर ऐसा नहीं किया गया तो पैसों की किल्लत का सामना करना पड़ सकता है, जिससे एयरपोर्ट के कामकाज को चलाए रखने में परेशानी आएगी। सरकार को जानकारी दी कि अप्रैल से सितंबर 2020 के दौरान उन्हें 419 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। कोरोना वायरस महामारी की वजह से उन्हें वित्त वर्ष 2021 में 939 करोड़ रुपये के घाटे की आशंका है। ऐसा इसलिए क्योंकि अगले महीने से दिल्ली अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट लिमिटेड (DIAL) हवाई यात्रियों पर एक नया चार्ज वसूलने की तैयारी कर रहा है।
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संकट के प्रभाव से उबरने के लिए एयरपोर्ट इकोनॉमिक रेगुलेटरी अथॉरिटी (AERA) ने इसकी मंजूरी दे दी है। मालूम हो कि पहले DIAL ने विमानन मंत्रालय से भी अपील की थी कि वो एयरपोर्ट्स इकोनॉमिक रेगुलेटरी अथॉरिटी को निर्देश दें कि एयरपोर्ट टैरिफ को तय करते समय कोरोना की वजह से उसके रेवेन्यू में आई गिरावट के प्रभाव को ध्यान में रखा जाए।