भारत में कोरोना (COVID-19) की दूसरी लहर में सबसे ज्यादा समस्या ऑक्सीजन की रही है। अचानक मरीजों का ऑक्सीजन लेवल कम हो जाता है। यही वजह है कि बड़ी संख्या में लोगों ने पल्स ऑक्सीमीटर (pulse oximeters) की खरीदारी की है। इसके जरिए आप घर बैठे अपना ऑक्सीजन लेवल चेक कर पाते हैं। बाजार में एक ठीक-ठाक पल्स ऑक्सीमीटर की कीमत करीब 2000 रुपये है। वहीं, अब ऑक्सीमीटर की तरह काम करने वाले एक मोबाइल ऐप आ गया है। BGR.in की रिपोर्ट के मुताबिक, कोलकाता के एक हेल्थ-स्टार्टअप ने इस मोबाइल ऐप का तैयार किया है। ऐप का नाम CarePlix Vital’s है, जो आपके ब्लड ऑक्सीजन लेवल से लेकर पल्स और श्वसन दर को भी बताता है। खास बात यह है कि यह सब काम फोन के कैमरे से किया जाता है। रिपोर्ट की मानें तो यूजर को सिर्फ अपने अपने फोन के रियर कैमरा और फ्लैश लाइट पर उंगली रखनी होगी और चंद सेकेंड्स में ही उनका ऑक्सीजन सेचुरेशन (SpO2), pulse और सांसों की दर दिखने लग जाएगी।
यह एक रजिस्ट्रेशन-आधिरित ऐप है। केयरनाउ हेल्थकेयर (CareNow Healthcare) के को-फाउंडर सुभब्रत पॉल ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया, ‘ऑक्सीजन सेचुरेशन और पल्स रेट का पता लगाने के लिए लोगों को पल्स ऑक्सीमीटर या इसी तरह के दूसरे वियरेबल जैसे कि स्मार्टवॉच की जरूरत होती है। इन सबमें जो मुख्य टेक्नोलॉजी इस्तेमाल होती है वह फोटोप्लेथिसमोग्राफी या पीपीजी है। हम यह काम स्मार्टफोन के रियर कैमरे और फ्लैशलाइट के जरिए कर रहे हैं।’
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इस तरह का करता है ऐपसुभब्रत पॉल की मानें तो ऑक्सीमीटर और स्मार्टवॉच में इन्फ्रारेड लाइट सेंसर होते हैं, लेकिन स्मार्टफोन में सिर्फ फ्लैशलाइट मिलती है। एक बार हम अपनी उंगली से स्मार्टफोन के रियर कैमरा और फ्लैशलाइट को कवर करंगे तो 40 सेकेंड के लिए स्कैन शुरू होगा। हम प्रकाश की तीव्रता (light intensity) के अंतर का कैलक्यूलेट करने के अलावा कुछ नहीं कर रहे हैं और अंतर के आधार पर हम PPG ग्राफ तैयार करते हैं। इस ग्राफ से ही SpO2 और पल्स रेट निकाल लिया जाता है।