नई दिल्ली| जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में अब छात्रों- शिक्षकों को ऑनलाइन सुविधा मिलेगी। जिसके माध्यम से शिक्षक बहुसंख्यक टूल्स से मूल्यांकन कर सकेंगे। इस सुविधा के तहत स्वतः मूल्यांकन के साथ ही छात्रों के प्रदर्शन की समीक्षा सम्भव हो सकेगी। इससे शिक्षकों को शिक्षण में अधिक समय लगाने का समय मिलेगा। इसके लिये जेएनयू ने ऑनलाइन मूल्यांकन मंच तैयार करने वाली टेचगिग इंडिया के साथ किया करार है।
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जेएनयू में इस सुविधा की शुरुआत की जानकारी देते हुए विवि के रेक्टर-1 चिंतामणि महापात्रा ने बुधवार को कहा कि करार के बाद जेएनयू ने टेचगिग टीम के सहयोग से 10 अगस्त को अपने संकाय सदस्यों के लिए एक कार्यशाला भी आयोजित की है। वहीं जेएनयू कुलपति एम. जगदेश कुमार ने कहा जेएनयू को आशा है कि यह ऑनलाइन मूल्यांकन देश के दूर दराज हिस्सों में बैठे छात्रों के लिए वरदान साबित होगा।
हम विशेष रूप से आखिरी छोर में बैठे छात्रों के भविष्य के लिए चिंतित थे। इन छात्रों को अपनी परीक्षा जल्द पूरी करने की जरूरत है। जिससे वह अपनी उच्च शिक्षा जारी रख सकें और उसके बाद नौकरी के लिए कहीं आवेदन कर सकें। कुलपति प्रो जगदीश कुमार ने कहा कि हमारे पास एक सतत मूल्यांकन प्रणाली है, लेकिन पूरा विश्वास है मूल्यांकन की इस ऑनलाइन व्यवस्था से भी बहुत मदद मिलेगी।
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उन्होंने कहा कि जेएनयू ऐसा पहला संस्थान है जिसने छात्रों के लिए उच्च शिक्षा में ऑनलाइन वाइवा शुरू किया है। जिसने छात्रों को उनके घरों से परीक्षा देने में मदद की है। वहीं टेचगिग के बिजनेस प्रमुख संजय गोयल ने करार पर कहा कि यह ऑनलाइन मंच उन्नत साहित्यिक चोरी डिटेक्टर और दूरस्थ प्रॉक्टरिंग उपाय के साथ यह निष्पक्ष मूल्यांकन सुनिश्चित करता है। मुझे उम्मीद है कि जेएनयू के संकाय और छात्रों के लिए यह उपयोगी साबित होगा।