प्रयागराज। बेरोजगारी के खिलाफ नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) ने बुधवार को मोर्चा खोल दिया है। इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के छात्रसंघ भवन से नौकरी नहीं मिलने पर डिग्री वापस करने का निर्णय लिया है। एनएसयूआई के राष्ट्रीय सचिव अविनाश यादव और सह प्रभारी अंशु मिश्र की मौजूदगी में जिलाध्यक्ष अक्षय यादव क्रांतिवीर ने इस अभियान का आगाज किया है। इस अभियान का नाम ‘नौकरी दो या डिग्री वापस लो’ रखा गया है ।
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पूरे प्रदेश में अभियान चलाने का फैसला
इस अभियान के जरिए छात्रहित की लड़ाई में बल देना का कार्य करेगी। कार्यक्रम को लॉन्च करने का मुख्य उद्देश्य प्रदेश के असंगठित बेरोजगार युवाओं को संगठित करना है। साथ ही सत्ता के नशे में मदमस्त इस तानाशाही व हिटलरशाही सरकार को बेरोजगारों का आंकड़ा देने के साथ युवाओं को रोजगार देने के लिए प्रतिबद्ध करवाना है। यदि सरकार जल्द ही इनके बारे में नहीं सोचती है तो आंदोलन तेज कर दिया जाएगा।
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महाविद्यालयों में भी डेरा डालेगा संगठन
कार्यक्रम के लॉन्चिग के दौरान राष्ट्रीय सचिव व प्रभारी उत्तर प्रदेश पूर्वी अविनाश यादव ने कहा नौकरी दो या डिग्री वापस लो कार्यक्रम को उत्तर प्रदेश में इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्राचीर से ही लांच करने का मुख्य उद्देश्य यह है कि यहां प्रदेशभर से छात्र रहते हैं। इनके माध्यम से प्रदेश में एक संदेश जाएगा। साथ ही इसे महाविद्यालयो व जन-जन तक पहुंचाने का कार्य किया जाएगा।
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सड़क पर उतरने से नहीं करेंगे गुरेज
एनएसयूआई जिलाध्यक्ष अक्षय यादव क्रांतिवीर ने कहा कि जिस तरीके से सरकार अपने चंद रहनुमाओं को प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से सरकारी संस्थाओं को बेच रही है। सरकारी उपक्रमों को बंद कर रही है। इससे दिन प्रतिदिन देश में बेरोजगारी बढ़ रही है। युवा हताश होकर आत्महत्या करने को मजबूर हो रहे हैं। ऐसे में लाखों छात्रों को सड़क पर उतारने के लिए उनके हक के लिए लडऩे को आगे बढ़ाने का कार्य करेंगे।