उत्तर प्रदेश के इटावा में एक नर्स खुद की परवाह किये बगैर कोरोना संक्रमित मरीजों की न सिर्फ दिन रात मदद कर रही है बल्कि उनकी हौसलाफजाई कर वैश्विक महामारी के खिलाफ लड़ने के इरादे को मजबूती प्रदान कर रही है।
डा. भीमराव अंबेडकर राजकीय संयुक्त चिकित्सालय में तैनात सहायक नर्सिंग अधीक्षक श्रीमती उर्वशी दीक्षित कोरोना संक्रमितो की मदद में जुटी हुई है और इसी वजह से उनके मददगारी कामकाज की हर ओर तारीफ कर रहा है। संयुक्त जिला परिसर अस्पताल में स्थित 100 बैड के महिला चिकित्सालय विंग कोविड-19 अस्पताल में भर्ती संक्रमित मरीजों के लिए उर्वशी दीक्षित का नाम किसी फरिश्ते से कम नहीं है।
श्रीमती दीक्षित कहती है कि शहर के जिन लोगो के पास उनका नंबर है वो फोन करके उनसे विभिन्न स्तर की मदद लेते है जब कभी कोई पीडित मदद के लिए फोन करता है तो फिर मन नही मानता है। सहायक नर्सिंग अधीक्षक के पद पर कार्यरत उर्वशी कोविड-19 अस्पताल में मरीजों के बीच पहुंचकर एवं उन्हें छू कर उन्हें जल्द स्वस्थ होने को प्रेरित कर रही है । उनकी इस अनोखी सेवा कार्य को देखकर लोग हैरान हैं।
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उन्होने कहा कि ऐसे दौर में मरीजों को अपनों की सबसे ज्यादा कमी खलती है लेकिन उन्हें इजाजत नहीं है ऐसे में मरीजों के बीच जाकर उन्हें अपनेपन का एहसास कराते हैं जिससे वो अपना दुख भूल कर जल्द स्वस्थ हो सके।
सेंटर फार एडवोकेशी एंड रिचर्स की समंव्यक डा.प्रीती का कहना है कि उर्वशी अपने काम के प्रति निष्ठावान और ईमानदार है । साथ ही उनकी कार्यशैली से अस्पताल में सभी प्रभावित है। कोरोना वायरस से भर्ती मरीजों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के साथ ही उन सब को मानसिक रूप से सहयोग प्रदान करके उन्होने अपनी बेहतर भूमिका को प्रदर्शित किया है । उनका सेवा भाव को सलाम करने योग्य है ।
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उर्वशी की उत्कृष्ट सेवाओं के लिए लगभग 200 प्रशस्ति पत्र व प्रमाण पत्र जनपद व राज्य स्तर से उन्हें प्रदान किए जा चुके हैं । दूसरों की मदद करना और विपरीत परिस्थितियों में भी सेवा भाव से काम करना उन्होंने अपने पिताजी से सीखा । जब देश में लाॅकडाउन लगाया गया उस समय अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में मास्क भी उपलब्ध नहीं थे तब उन्होंने खुद मास्क बनाकर स्वास्थ्य कर्मियों,सफाई कर्मियों को वितरित किए।
पिछले साल किए उर्वशी ने पूर्व में अपनी निगरानी में अस्पताल में सैनिटाइजर का काम किया और स्वास्थ्य कर्मियों को साफ सफाई व कोरोना से बचाव के लिए जागरूक किया। कोरोना काल में जो भी मरीज भर्ती थे उन्हें निशुल्क साबुन, फल,दवाई समय पर उपलब्ध कराने में भी उनकी अहम भूमिका है ।
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इटावा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.एन.एस.तोमर कहते है कि उर्वशी जैसा कार्य व्यवहार करने वाला समर्पित सेवादार हर स्वास्थ्य कर्मी को बनने की जरूरत है ताकि सक्रंमितो की वाकई मे सहायता हो सके ।