सनातन धर्म में प्रत्येक वर्ष मार्गशीर्ष माह शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को विवाह पंचमी मनाया जाता है। दृक पंचांग के अनुसार, इस साल 06 दिसंबर को विवाह पंचमी (Vivah Panchami) मनाई जाएगी। इस दिन को माता सीता और भगवान राम के वर्षगांठ के रूप में मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन भगवान राम के साथ माता सीता का विवाह संपन्न हुआ था। इस विशेष मौके पर वैवाहिक जीवन में खुशहाली के लिए भगवान राम और मां सीता की पूजा करना शुभफलदायी माना गया है।
मान्यता है कि विवाह पंचमी (Vivah Panchami) के दिन व्रत और पूजन से जातक की सभी मनोकामनाएं पूरी होती है और जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली आती है। मैरिड लाइफ की प्रॉब्लम्स और विवाह में आने वाली बाधाओं को दूर करने के लिए माता सीता और भगवान राम की विधिवत पूजा करना लाभकारी होता है। इस दिन मां सीता और भगवान राम को प्रसन्न करने के लिए पूजा के दौरान कुछ चीजों का भोग जरूर लगाएं।
आइए जानते हैं विवाह पंचमी (Vivah Panchami) की भोग सामग्री…
पंचामृत का भोग– विवाह पंचमी के दिन दूध,दही,घी,शहद और शक्कर से निर्मित पंचामृत का भोग लगाना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से मैरिड लाइफ की समस्याएं दूर होती हैं।
केसर भात– प्रभु श्रीराम को केसर भात बहुत पसंद है। इसलिए इस दिन केसर भात का भी भोग लगा सकते हैं। कहा जाता है कि इससे वैवाहिक जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।
कंदमूल और फल – माता सीता और भगवान राम का आशीर्वाद पाने के लिए उन्हें कंदमूल और फलों का भोग लगा सकते हैं। कहा जाता है कि ऐसा करने से जीवन की सभी परेशानियां दूर होती हैं।
खीर का भोग– इसके अलावा विवाह पंचमी के दिन भगवान राम और माता सीता की पूजा के दौरान उन्हें खीर का भोग जरूर लगाएं। मान्यता है कि ऐसा करने से धन से जुड़ी समस्याओं से छुटकारा मिलता है और घर में सुख-समृद्धि का वास होता है।