• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

षटतिला एकादशी के दिन तुलसी को अर्पित करें ये चीजें, आर्थिक समस्याओं से मिलेगा छुटकारा

Writer D by Writer D
22/01/2025
in धर्म, फैशन/शैली
0
Devuthani Ekadashi

Devuthani Ekadashi

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

हिंदू धर्म में षटतिला एकादशी (Shattila Ekadashi) बहुत महत्वपूर्ण मानी गई है। हर साल माघ महीने के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि षटतिला एकादशी के रूप में मनाई जाती है। इस दिन जगत के पाहनहार श्री हरि विष्णु और मां लक्ष्मी के साथ तुलसी पूजन का विधान है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार, षटतिला एकादशी पर श्री हरि विष्णु, मां लक्ष्मी के साथ तुलसी पूजन और व्रत करने से आर्थिक समस्याओं से छुटकारा मिल जाता है। यही नहीं पूजा के दौरान माता तुलसी को कुछ विशेष चींजे अर्पित करने से घर में खुशियां बनी रहती हैं। आइए जानते हैं वो कौनसी विषेश चीजें हैं।

कब है षटतिला एकादशी (Shattila Ekadashi) 

हिंदू वैदिक पंचांग के अनुसार, इस बार माघ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि 24 जनवरी को शुरू होगी। 24 जनवरी को माघ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि शाम 7 बजकर 25 मिनट पर होगी। वहीं ये शनिवार 25 जनवरी को रात 8 बजकर 31 मिनट पर समाप्त हो जाएगी। ऐसे में उदयातिथि के अनुसार, इस बार षटतिला एकादशी 25 जनवरी को मनाई जाएगी। 25 जनवरी को ही इसका व्रत भी रखा जाएगा।

माता तुलसी को ये करें अर्पित

– षटतिला एकादशी (Shattila Ekadashi) पर प्रात: काल जल्द स्नान करें। इसके बाद पीले वस्त्र पहने
– इसके बाद पूजा स्थल की साफ सफाई करें।
– इसके बाद माता तुलसी को गंगाजल से स्नान कराएं।
– षटतिला एकादशी पर माता तुलसी को श्रृंगार का समान लाल चुनरी, चूड़ी, बिछिया, सिंदूर, बिंदी, मेहंदी, काजल आदि अवश्य अर्पित करें।
– माता तुलसी को रोली, हल्दी और चंदन लगाएं।
– माता तुलसी के पास दीपक जलाएं। ये बहुत ही शुभ माना जाता है।

मां तुलसी की पूजा का महत्व

हिंदू धर्म शास्त्रों में षटतिला एकादशी (Shattila Ekadashi) पर तुलसी के पूजन का विशेष महत्व बताया गया है। हिंदू धर्म शास्त्रों में माता तुलसी मां लक्ष्मी का ही स्वरूप बताई गई हैं। माता तुलसी भगवान विष्णु को बहुत प्रिय हैं। इसलिए षटतिला एकादशी पर माता तुलसी का पूजन अवश्य ही किया जाता है।

षटतिला एकादशी (Shattila Ekadashi) का महत्व

षटतिला एकादशी (Shattila Ekadashi) पर व्रत और पूजन से सुख-समृद्धि आती है। इस दिन व्रत और पूजन से अक्षय पुण्य प्राप्त होता है। इस दिन तिलों का दान करना बहुत शुभ माना गया है। इस दिन तिल का उयोग छह तरीकों से किया जाता है। मान्यता है कि इस दिन जो जितने रुपों में तिल का उपयोग और दान करता है उसको उतने हजार वर्ष तक स्वर्ग मिलता है।

Tags: shattila ekadashi
Previous Post

मौनी अमावस्या पर इन उपायों से पितर होंगे प्रसन्न, बन जाएंगे रुके काम

Next Post

50 सालों बाद शनि के नक्षत्र में प्रवेश करेंगे ग्रहों के सेनापति, इन राशियों का चमकेगा भाग्य

Writer D

Writer D

Related Posts

Kalonji
फैशन/शैली

बालों की हर समस्या का हल है रसोई में रखा ये मसाला

08/11/2025
Hair
फैशन/शैली

लंबे समय तक रहेंगे स्ट्रेट बाल, आज़माएं ये टिप्स

08/11/2025
Office
फैशन/शैली

स्क्रीन पर देर तक करती है काम, तो ऐसे रखें स्किन का ध्यान

08/11/2025
Cracked Heels
Main Slider

फटी एड़ियों पर आजमाएं ये हैक्स, कोमल और सुंदर हो जाएंगे पैर

08/11/2025
Fridge
Main Slider

फ्रिज में जम गई है गन्दगी, इन हैक्स से मिनटों में चमक जाएगा

08/11/2025
Next Post
Mangal Dev

50 सालों बाद शनि के नक्षत्र में प्रवेश करेंगे ग्रहों के सेनापति, इन राशियों का चमकेगा भाग्य

यह भी पढ़ें

Gajakesari Yoga

आज गुरु-चंद्रमा मिलकर बनाएंगे गजकेसरी योग, इन जातकों का बढ़ेगा मान-सम्मान

13/12/2024
cm yogi

UPPCS-2021 के टॉपर बने प्रतापगढ़ के अतुल, सीएम योगी ने दी बधाई

19/10/2022
triphala

पेट के साथ-साथ स्किन के लिए भी है फायदेमंद त्रिफला

01/09/2025
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version