आलू, प्याज के बाद अब सरसों तेल की कीमतों ने भी आम आदमी की जेब ढ़ीली करनी शुरू कर दी है। फेस्टिवल सीजन में महंगाई को देखते हुए ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स ने भी अपनी चिंता जाहिर की है। जानकारी मिल रही है कि अब इस मामले में सरकार कोई बड़ा ऐलान करने की तैयारी कर रही है।
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जानकारी के लिए बता दें कि तेल की कीमतों में इन दिनों काफी उछाल देखने को मिल रही है। सरसों के तेल की कीमत 160 रुपये को पार कर गई है। ऐसा माना जा रहा है कि फेस्टिवल सीजन में ये कीमत और भी ज्यादा बढ़ सकती है।
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2019 में सरसों के तेल की कीमत 120 रुपये प्रति किलो थी। आज ये कीमत 160 रुपये के करीब है। इसी तरह मूंगफली की कीमत में 22 रुपये की बढ़ोत्तरी, सोयाबीन के तेल में 18 रुपये की बढ़ोत्तरी और सनफ्लावर के तेल में 41 रुपये की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है।
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जानकारी मिल रही है कि इस मामले में सरकार जल्दी ही कोई सख्त कदम उठा सकती है। इस मामले में सरकार 3-4 विकल्पों के बारे में सोच रही है। इसमें से पहले विकल्प के अंतर्गत सरकार STC और MMTC के तहत तेलों का आयात कर सकती है। वहीं तेलों पर आयात कर भी कम करने के बारे में विचार किया जा सकता है।