कर्तव्य को निर्वाह करते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीद पुलिस कर्मियों की याद में 21 अक्टूबर को लखनऊ पुलिस लाइन में पुलिस स्मृति दिवस मनाया जायेगा। इस दौरान शहीद पुलिस कर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की जायेगी।
इसको लेकर लखनऊ पुलिस लाइन में तैयारियां शुरु हो गई हैं। इस दिन पूरे प्रदेश के जिला मुख्यालयों पर भी पुलिस शहीद दिवस मनाया जायेगा।
प्रदेश के पुलिस महानिदेशक मुकुल गोयल ने रविवार को यहां बताया कि कर्तव्य की बलि बेदी पर अपने प्राणों को न्यौछावर करने वाले अमर शहीदों की याद में पुलिस स्मृति दिवस का आयोजन 21 अक्टूबर को सभी जिला पुलिस मुख्यालयों में आयोजित होगा।
डीजीपी ने बताया कि यह शौर्य गाथा 62 वर्ष पुरानी है, जब 21 अक्टूबर 1959 को भारत की उत्तरी सीमा लद्दाख के हिमाच्छादित जनहीन क्षेत्र में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के 10 जवान नियमित गश्त पर निकले थे। स्वचालित रायफलों व मोर्टारों से लैस चीनी सैनिकों ने छलपूर्वक हमारे क्षेत्र में एम्बुश लगाकर अचानक उन पर हमला कर दिया।
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अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए साधारण शस्त्रों के बावजूद चीनी सैनिकों का डटकर मुकाबला करते हुए केन्द्रीय पुलिस बल के इन बहादुर जवानों ने अपने प्राणों की आहुतियां दी थी। इन्हीं वीर जवानों के बलिदान को याद करते हुए कर्तव्यपथ पर प्राणोत्सर्ग करने वाले जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए पुलिस स्मृति दिवस मनाने की परम्परा प्रचलित है।
उन्होंने बताया कि पुलिस कर्मियों का बलिदान उनकी सच्ची समर्पण भावना एवं कर्तव्य-परायणता का द्योतक है तथा कर्तव्यनिष्ठा एवं जनसेवा के प्रति उनकी संकल्पबद्धता को प्रतिबिम्बित करता है। वीर पुलिस कर्मियों का त्याग एवं बलिदान देशभक्ति का अद्वितीय उदाहरण बनकर हमारी भावी पीढ़ी को सदैव कर्तव्य-परायणता के मार्ग पर निर्भीकता के साथ अनुगमन की प्रेरणा देता रहेगा।