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रामनवमी पर करें इन चौपाईयों का पाठ, पूरी होंगी मनोकामनाएं

Ram Navami

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चैत्र नवरात्रि के नौवें दिन रामनवमी (Ram Navami) मनाई जाती है। कहा जाता है कि इस दिन चैत्र महीने की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि के दिन भगवान राम का जन्म हुआ था। हुआ था। राम नवमी के मौके पर भक्त पूजा आदि के बाद हवन करते हैं। कहते हैं कि इस दिन हवन करने से घर से नकारात्मक शक्तियां दूर हो जाती हैं। इसके अलावा इस दिन राम चरित्र मानस ( Ramcharitra Manas) की चौपाइयों का पाठ करना बेहद लाभकारी माना जाता है। रामचरित्र मानस की कई ऐसी चौपाइयां हैं जिनका पाठ करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। तो आइए जानते हैं विशेष इच्छाओं की पूर्ति के लिए आपको रामचरितमानस की किन चौपाइयों का पाठ करना चााहिए।

उससे पहले जानते हैं रामचरित्र मानस का पाठ करने का महत्व। रामचरितमानस में भगवान श्री राम के गुणगान और वृतांत कहा गया है। जिस घर में रामचरित मानस को पूरे सम्मान के साथ रखा जाता है वहां किसी प्रकार का कोई परेशानी नहीं आती । जो व्यक्ति रामचरित्र मानस का नित्य पाठ करता है उसे मानसिक शांति मिलती है। रामचरितमानस की चौपाई आपको किसी न किसी रूप में लाभ पहुंचाती है। साथ ही रामचरित्र मानस मनुष्य को जिंदगी जीने का सही पाठ भी पढ़ाता है।

रामचरित्र मानस का पाठ करने का नियम और महत्व

– रामचरितमानस का पाठ शुरू करने से पहले एक चौकी पर लाल कपड़ा बिछा लें और उसपर भगवान राम की प्रतिमा स्थापित करें।

– पाठ शुरू करने से पहले हनुमान जी का ध्यान करें और उन्हें राम कथा के लिए आमंत्रित करें। मान्यता है कि ऐसा करने से रामचरित्र मानस का सही फल मिल सकता है। इसके बाद गणेशजी का आह्वान करते हुए रामचरितमानस का पाठ शुरू करें।

– नियमित रूप से आप जहां तक पाठ कर सकते हैं वहां कर रामचरित्र मानस का पाठ करें और उसके बाद रामायण की आरती करें।

– रामचरित्र मानस का पाठ करने से पहले इस बात का खास ख्याल रखें की व्यक्ति का शरीर पवित्र होने के साथ-साथ उसका तन भी पवित्र होना चाहिए।

रामनवमी (Ram Navami) पर विभिन्न मनोकामनाओं को लिए करें इन चौपाइयों का पाठ

  1. संपत्ति की इच्छा रखने वाले इस चौपाई का पाठ करें

‘जे सकाम नर सुनहिं जे गावहिं।

सुख संपत्ति नानाविधि पावहिं।।

  1. मनोकामना पूर्ति और सर्वबाधा निवारण के लिए इस चौपाई का पाठ करें

‘कवन सो काज कठिन जग माही।

जो नहीं होइ तात तुम पाहीं।।

  1. शत्रु नाश के लिए चौपाई

बयरू न कर काहू सन कोई।

रामप्रताप विषमता खोई।।

  1. भय व संशय निवृत्ति के लिए चौपाई

रामकथा सुंदर कर तारी।

संशय बिहग उड़व निहारी।।

  1. भगवान राम की शरण में आने के लिए चौपाई

सुनि प्रभु वचन हरष हनुमाना।

सरनागत बच्छल भगवाना।।

  1. विपत्ति से निकलने के लिए

राजीव नयन धरें धनु सायक।

भगत बिपति भंजन सुखदायक।।

  1. रोग और उपद्रवों की शांति के लिए

दैहिक दैविक भौतिक तापा।

राम राज नहिं काहुहि ब्यापा।।

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