छह दिसम्बर 1992 को बाबरी विध्वंस मामले में आरोपी सभी आरोपियों के बरी होने से गदगद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर कहा “सत्यमेव जयते!” ।
श्री योगी ने ट्वीट किया “ सीबीआई की विशेष अदालत के निर्णय का स्वागत है।
उन्होने इस मामले में कांग्रेस पर संत धर्माचार्यो,नेताओं और विहिप के पदाधिकारियों को बदनाम करने की साजिश रचने का आरोप लगाते हुये देश की जनता से माफी मांगने की अपील की।
सत्यमेव जयते!
CBI की विशेष अदालत के निर्णय का स्वागत है।
तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा राजनीतिक पूर्वाग्रह से ग्रसित हो पूज्य संतों,@BJP4India नेताओं,विहिप पदाधिकारियों,समाजसेवियों को झूठे मुकदमों में फँसाकर बदनाम किया गया।
इस षड्यंत्र के लिए इन्हें जनता से माफी मांगनी चाहिए।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) September 30, 2020
मुख्यमंत्री ने लिखा “ तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा राजनीतिक पूर्वाग्रह से ग्रसित हो पूज्य संतों,भाजपा नेताओं,विहिप पदाधिकारियों,समाजसेवियों को झूठे मुकदमों में फँसाकर बदनाम किया गया। इस षड्यंत्र के लिए इन्हें जनता से माफी मांगनी चाहिए।
बाबरी विध्वंस केस : आडवाणी, जोशी, उमा भारती सहित सभी 32 आरोपी बरी
गौरतलब है कि सीबीआई के विशेष न्यायाधीश एस के यादव ने बाबरी विध्वंस मामले का फैसला सुनाते हुये सभी आरोपियों को साक्ष्यों के अभाव में बरी करने का आदेश दिया। उन्होने कहा कि विवादित ढांचे के विध्वंस की घटना सुनियोजित साजिश नहीं प्रतीत होती। यह अचानक घटी घटना थी लिहाजा इसके लिये किसी भी आरोपी को दोषी नहीं माना जा सकता।