मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने गढ़ छिंदवाड़ा में समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि वे अब आराम चाहते हैं। सत्ता गंवाने के बाद उपचुनाव में भी कांग्रेस की करारी हार से बैकफुट पर चल रहे कमलनाथ के इस बयान से उनके राजनीति से संन्यास लेने की अटकलें लगाई जाने लगी हैं। इन सबके बीच कमलनाथ के इस बयान पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रतिक्रिया दी है।
सीएम शिवराज ने कमलनाथ के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि हम किसी को संन्यास नहीं दिलाएंगे। उन्होंने कहा कि यह तो उनकी मर्जी है कि घर बैठना है या संन्यास लेना है। यह उनके घर का मामला है, अंदर का मामला है। इस पर वह खुद विचार करें। सीएम शिवराज ने कहा कि आरोप-प्रत्यारोप का दौर तो उनके घर में ही चल रहा है। इनके जवाब भी वही दें।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आगे कहा कि समाधान कोई निकालें। मेरी यही शुभकामना है।
गौरतलब है कि छिंदवाड़ा में एक सभा के दौरान अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि अब वह आराम करना चाहते हैं और छिंदवाड़ा की जनता यदि चाहेगी तो वह संन्यास ले लेंगे। कमलनाथ ने कहा कि उन्हें पद की लालसा नहीं है और उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन में बहुत कुछ हासिल किया है।
बता दें कि कमलनाथ मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भी हैं और सत्ता गंवाने के बाद विधानसभा में विपक्ष के नेता का दायित्व भी उनके ही पास है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के पार्टी छोड़ने के बाद मुख्यमंत्री की कुर्सी गंवाने वाले कमलनाथ उपचुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद अपनी ही पार्टी में घिरे हुए हैं।