गुरु पूर्णिमा (Guru Purnima) को व्यास पूर्णिमा व आषाढ़ पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। गुरु पूर्णिमा के अवसर पर शिष्य अपने गुरुओं की पूजा-अर्चना करते हैं। इस साल जुलाई के महीने में गुरु पूर्णिमा का व्रत रखा जाएगा। यह दिन भगवान विष्णु, मां लक्ष्मी व गुरुओं को समर्पित है। इस दिन पूरे विधि-विधान के साथ लक्ष्मी माता एवं विष्णु भगवान की पूजा की जाएगी। गुरु पूर्णिमा (Guru Purnima) के दिन स्नान व दान का भी विशेष महत्व माना जाता है। आइए जानते हैं गुरु पूर्णिमा की सही डेट व पूजन के शुभ मुहूर्त-
जानें डेट व पूजन शुभ मुहूर्त:
आषाढ़ महीने की पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 10 जुलाई को 01:36 ए एम पर होगी और इसके अगले दिन यानी 11 जुलाई को 02:06 ए एम पर तिथि का समापन होगा। उदया तिथि अधिक महत्वपूर्ण मानी जाती है। ऐसे में उदया तिथि के अनुसार, गुरु पूर्णिमा 10 जुलाई को मनाई जाएगी।
इस दिन ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04:10 से 04:50 तक रहेगा व शुभ चौघड़िया मुहूर्त सुबह 05:31 से 07:15 ए एम तक रहेगा। इन दोनों मुहूर्त में स्नान-दान व पूजन शुभ रहेगा।
करें ये काम:
गुरु पूर्णिमा (Guru Purnima) के दिन अपने गुरु के चरण स्पर्श कर उनका आशीर्वाद जरूर लें।
गंगा स्नान का महत्व:
गुरु पूर्णिमा (Guru Purnima) के दिन पवित्र नदी में गंगा और दान करने खास महत्व है। गुरु पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान करने से साधक को शुभ फल की प्राप्ति होती है। साथ ही गुरु पूर्णिमा के दिन चंद्र देव और धन की देवी मां लक्ष्मी की विधिपूर्वक पूजा और व्रत करने का विधान है। इसलिए गुरु पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान किया जाता है।