उत्तर प्रदेश की कानपुर पुलिस ने आनलाइन शापिंग के नाम पर लोगों से ठगी करने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपना जुर्म कबूल करते हुए बताया है कि अब तक दर्जनों लोगों से करोड़ो की ठगी कर चुका है। क्राइम ब्रांच ने आरोपी के खाते से ठगी के दस लाख रुपये बरामद किया है और उसके खाते को फ्रीज करा दिया है।
पुलिस सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि थाना बर्रा क्षेत्र में रहने वाले वेद प्रकाश ने करीब माह भर पहले अपने साथ ठगी की शिकायत की थी। उन्होंने पुलिस को बताया कि 17 अगस्त 2019 से 27 अगस्त 2019 तक मिनिस्ट्री आफ कंज्यूमर अफेयर के नाम से मुझसे दो ट्रांजेक्शन 28600 और 58000 रुपये करवा लिये। इस तरह से गुमराह करके अब तक मुझसे करीब 28 लाख रुपये ले लिये। पहले एलईडी फिर लकी ड्रा में कार निकलने के नाम पर ठगी करते रहे।
शिकायत क्राइम ब्रांच के पास पहुंची तो गहनता से जांच शुरू हुई। पता चला कि ठगी करने वाले नोएडा में सेंड शापिंग हब में काम करने वाले लोग हैं। जो कि साल 2017 में ठगी के आरोप में बंद हो चुके काल सेंटर में काम करते थे। इन लोगों ने वहीं से डेटा चुराया और फिर से लोगों को ठगने की प्रक्रिया शुरू कर दी। अब तक की जांच में इन लोगों ने काफी संख्या में अपना शिकार बनाकर करीब 2 करोड़ की ठगी कर चुके हैं।
क्राइम ब्रांच ने ठगी के मास्टरमाइंड को बर्रा बाइपास से दबोचा है। अभियुक्त की पहचान अजय तिवारी के रूप में हुई जो कि गाजियाबाद के विजय नगर का रहने वाला है और मूलरूप से कस्तूरबा नगर वाराणसी का रहने वाला है। उसके खाते से ठगी के दस लाख रुपये मिले हैं। क्राइम ब्रांच ने खाते को फ्रीज करवा दिया है। केन्द्रीय मंत्रालय का अधिकारी बन करता था फोन क्राइमब्रांच की जांच में पता चला कि अजय कभी मिनिस्ट्री आफ कारपोरेट अफेयर्स और तो कभी मिनिस्ट्री आफ कंज्यूमर अफेयर्स का अधिकारी बनकर लोगों को फोन करता था। फोन पर वह कहता था कि जो आपके साथ फ्राड हुआ था काल सेंटर द्वारा उसकी भरपाई केन्द्र सरकार करेगी।