दिल्ली सीमा के नजदीक उत्तर प्रदेश के नोएडा के सेक्टर 20 थाना पुलिस डेट रेमडेसिविर इंजेक्शन कि कालाबाजारी करने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है और उसके पास से 105 वायल्स रेमेडिसिविर इंजेक्शन और 1.54 लाख रुपये नकद बरामद किए हैं।
पुलिस का आरोप है कि पकड़े गए आरोपी का नाम का नाम रचित घई बताया गया है जो 900 रुपये मूल्य पर बिकने वाला इंजेक्शन 40 हजार में बेच रहा था।
डीसीपी क्राइम अभिषेक सिंह ने बताया कि कोतवाली थाना 20 पुलिस को सूचना मिली थी कि डीपीएस स्कूल सेक्टर 29 के पास एक व्यक्ति कार के साथ खड़ा है। सूचना के आधार पर जब मौके पर पूछताछ की, तो उसके पास से भारी मात्रा में रेमेडिसिविर इंजेक्शन मिले। इसके बाद पुलिस उसे मंगलवार की सुबह पकड़कर थाने ले आई जहां उसने अपना नाम रचित घई पुत्र अश्वनी घई बताया।
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रचित नोएडा में रहकर इंजेक्शन की कालाबाजारी कर रहा था। वह जरूरतमंद लोगों से 15 से 40 हज़ार के बीच में यह इंजेक्शन बेच रहा था। पुलिस ने उसके पास से 105 वायल्स रेमडेसिविर इंजेक्शन (भारतीय 100 वायल्स, बांग्लादेशी 5 वायल्स), सेंट्रो कार और एक लाख 54 हज़ार नगद रुपये बरामद किए है। रचित ने पुलिस को बताया कि वह यह रेमडेसिविर इंजेक्शन दिल्ली और चंडीगढ़ से लाया था । पुलिस दवा के स्रोत की जानकारी हासिल कर रही है।
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नोएडा – एनसीआर सहित पूरे देश में कोरोना संक्रमण के फैलाव की रफ्तार के कारण दवा की कालाबाजारी अपने चरम पर है। परेशान लोगों को बाजार में दवाई भी आसानी से नहीं मिल पा रही है इसके चलते दवाई की दुकानों पर रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी हो रही है।गौरतलब है कि कोरोना महामारी से निजात दिलाने में रेमडेसिविर इंजेक्शन कारगर भूमिका निभाते हैं।