लखनऊ। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार कि वापसी के बाद अपराधियों पर नकेल कसनी शुरू हो गई है। योगी आदित्यनाथ कि शपथ ग्रहण से पहले लखनऊ कमिश्नरेट की अलीगंज पुलिस ने क्राइम ब्रांच के साथ मिलकर एक लाख के इनामी शातिर लुटेरे को मुठभेड़ (Police Encounter) में मार गिराया। शातिर बदमाश ने दिसंबर 2021 में अलीगंज के तिरुपति ज्वैलर्स में दिनदहाड़े लूट की घटना को अंजाम दिया था। साथ ही एक कर्मचारी की गोली मारकर हत्या भी की थी। पुलिस इसके दो साथियों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
अलीगंज इंस्पेक्टर धर्मेंद्र सिंह यादव ने बताया कि शुक्रवार तड़के करीब 3 बजे रात्रि पुलिस चेकिंग के दौरान बंधा रोड स्थित हेल्थ हॉस्पिटल के पास बिना नंबर की अपाचे बाइकसवार को रोका। पुलिस के रोकने पर बाइक सवार युवक ने पुलिस पर फायरिंग की। जवाबी फायरिंग में युवक पुलिस की गोली से घायल हुआ। जांच में सामने आया मुठभेड़ में घायल युवक एक लाख का इनामी मोरापुर थाना जलालाबाद जनपद शाहजहांपुर निवासी राहुल सिंह है। उसको भाऊराव देवरस अस्पताल में ले जाया गया। जहां से उसे ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया। वहां पर उसकी मौत हो गई।
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उसके पास से बिना नम्बर की एक अपाचे मोटरसाइकिल, अवैध असलहे और कई कारतूस के साथ ही जेवर मिले हैं। इसने कपूरथला स्थित निखिल अग्रवाल के तिरुपति ज्वैलर्स में आठ दिसंबर को कर्मचारी श्रवण को गोली मारकर करीब 40 लाख रुपए कीमत के सोने के गहने लूट लिये थे।
तब उस पर एक लाख रुपए का इनाम रखा गया था। 16 दिसंबर 2021 को इस घटना में शामिल उसके साथी गाजीपुर सेक्टर सी निवासी हर्ष सिंह उर्फ हनी सिंह और गुडंबा कल्याणपुर निवासी रवि कुमार वर्मा को गिरफ्तार किया गया था।
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पुलिस के मुताबिक तिरुपति ज्वैलर्स में हुई लूट के खुलासे के लिए पुलिस ने घटना स्थल की तरफ आने-जाने वाले 77 CCTV के फुटेज खंलाले थे। तब राहुल और उसके साथियों की फोटो सामने आई थी। वहीं इनकी बाइक निशातगंज में लावारिस हालत में मिल गई थी। तभी से पुलिस राहुल के गिरोह की धरपकड़ के लिए लगी थी।
तिरुपति ज्वेलर्स में लूट की घटना को राहुल, सौरभ, हर्ष और रवि नाम के शातिरों ने अंजाम दिया था। हर्ष ने घटना के एक दिन पहले ग्राहक बनकर दुकान की रेकी की थी। उसके बाद लूटपाट की घटना को अंजाम दिया गया। भागते समय कर्मचारी श्रवण के पकड़ने पर राहुल ने उसको गोली मार दी थी।