कानपुर। सिख विरोधी दंगा (anti-Sikh riot) मामले में एसआईटी (SIT) की टीम ने दमन से एक और आरोपित को गिरफ्तार किया। पकड़ा गया आरोपित मोहम्मद अली घाटमपुर से भागकर दमन में जाकर रह रहा था। शनिवार को एसआईटी टीम उसे दमन न्यायालय से ट्रांजिट रिमांड पर लेकर कानपुर के लिए रवाना हो चुकी है।
एसआईटी प्रभारी डीआईजी बालेंदु भूषण सिंह ने रविवार को बताया कि पकड़े गए आरोपित के खिलाफ दस हजार का इनाम भी घोषित है। सिख विरोधी दंगे में 42 आरोपितों को अब तक एसआईटी जेल भेज चुकी है। जबकि 31 आरोपित अभी भी फरार हैं और 23 आरोपितों की मौत हो चुकी है।
निराला नगर में रक्षपाल सिंह, भूपेंद्र सिंह और सतवीर सिंह उर्फ काले की हत्या कर डकैती डाली गई थी। इस सम्बन्ध में किदवई नगर थाने में दर्ज हुए इस मामले में एसआईटी को घाटमपुर के मोहम्मद अली उर्फ मुन्ना करिया (63) की तलाश थी, जिसे गिरफ्तार कर लिया गया है। एक सप्ताह पहले उसके ठिकाने का पता चला और बीती रविवार को निरीक्षक सूर्य प्रताप के नेतृत्व में एसआईटी टीम दमन के लिए रवाना हो गई। वहां तीन दिन तक स्थानीय पुलिस के सहयोग से ऑपरेशन चलाकर शुक्रवार की रात आरोपित को दबोच लिया।
मोहम्मद अली के तीन बेटे और पांच बेटियां हैं। दो बेटे दमन में काम करते हैं। कार्रवाई की डर से वह छह माह पूर्व बेटों के पास चला गया था। वह जाने से पहले अपना सिम घाटमपुर में ही रह रहे रिश्तेदार को दे गया था। पुलिस जब रिश्तेदार के पास पहुंची, तो अली का पता चला। एसआईटी द्वारा गिरफ्तार आरोपितों की संख्या 42 हो गई। इस मामले में अभी कार्रवाई जारी है। बहुत जल्द सभी आरोपितों को पकड़कर जेल भेजा जाएगा।