नई दिल्ली| दिल्ली विश्वविद्यालय पहली बार स्नातक स्तर पर ऑनलाइन दाखिला करने जा रहा है। इसमें छात्र को खुद कटऑफ देख कॉलेज द्वारा तय कटऑफ पर प्रवेश लेना है। वहीं, कई कॉलेजों के प्रिंसिपल का कहना है कि यह कॉलजों के लिए चुनौतीपूर्ण होगा। साथ ही छात्र भी परेशान हो सकते हैं।
कॉलेज प्रिंसिपलों ने कहा कि जब फिजिकल तौर पर छात्र दाखिले के लिए उपस्थित होते थे तब भी वह अपनी कटऑफ कई बार गलत जोड़ते थे। अब जब सब कुछ ऑनलाइन है तो उनको दिक्कत हो सकती है। ज्ञात हो कि डीयू में इस बार स्नातक में दाखिला के लिए लगभग साढ़े तीन लाख से अधिक छात्रों ने आवेदन किया है।
डीयू के आर्यभट्ट कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. मनोज सिन्हा का कहना है कि मेरा मानना है कि कॉलेजों से अधिक यह छात्रों के लिए मुश्किल भरा हो सकता है। क्योंकि, दाखिला को लेकर छात्रों के मन में तमाम जिज्ञासाएं होती हैं। कई बार उनसे गलतियां होती हैं।
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मान लीजिए छात्रों को दाखिला दे दिया जाए और बाद में जब वह अपने प्रमाणपत्र चेक कराने आएं और वहां गलती पकड़ी जाए तो उसका दाखिला रद होगा और तब तक सभी कटऑफ के दाखिले पूरे हो चुके होंगे। उन्होंने यह भी बताया कि अभी दाखिला कैसे करना है इसको लेकर डीयू की दाखिला शाखा की तरफ से प्रिंसिपल की कोई बैठक नहीं हुई है।
एक अन्य कॉलेज के प्रिंसिपल ने बताया कि पहले भी हम लोग ऑनलाइन दाखिला देते थे। लेकिन इस बार प्रक्रिया बदल गई है। यह प्रक्रिया अब छात्रों की अनुपस्थिति से शुरू होगी। छात्र ने अपने फार्म में यदि कोई गलती की हो, प्रमाणपत्र में गलती हो या कोई और समस्या हो तो वह तुरंत कॉलेज से लौटाने के बाद डीयू में शिकायत समिति से मिल लेता था और वहां से यदि कुछ निर्देशित होता था तो उसे सुधार लिया जाता था।