नई दिल्ली। बेंगलुरू में एंट्री के लिए अब एक अप्रैल से कोविड-19 निगेटिव रिपोर्ट जरूरी होगी। कर्नाटक सरकार ने भी कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों की सघन जांच का फैसला किया है।
कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर ने गुरुवार को कहा कि दूसरे राज्यों से बेंगलुरु आने वाले लोगों को आरटीपीसीआर टेस्ट कराना होगा। महाराष्ट्र, केरल और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों की तरह कर्नाटक में भी कोरोना के बढ़ते मामलों से सरकार सतर्क है।
सुधाकर ने कहा कि देश के किसी भी राज्य फिर चाहे वो महाराष्ट्र, केरल, पंजाब, छत्तीसगढ़ या कोई अन्य प्रदेश हो, उसे आरटीपीसीआरटेस्ट कराना होगा। उन्होंने कहा कि इस वक्त कोरोना के नए पॉजिटिव मामलों में 20 से 40 वर्ष की उम्र के लोगों की संख्या ज्यादा है। स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि बिना लक्षण वाले या लक्षण वाले मरीजों के बीच कोई अंतर नहीं किया जाएगा। सभी को अनिवार्य रूप से क्वारंटाइन होना पड़ेगा।
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स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि मार्शल कोरोना से जुड़ी गाइडलाइन का सख्ती से पालन कराएंगे। यह सबके लिए जरूरी है कि बाजार, भीड़ भरी सड़कों, बस स्टॉप, मैरिज हॉल, धार्मिक स्थल, स्कूल-कॉलेजों में लोग मास्क पहनें और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। अगर मानकों का उल्लंघन हुआ तो शादी-ब्याह या ऐसे अन्य आयोजनों के आयोजकों को जिम्मेदार ठहराया जाएगा। उन पर जुर्माना लगाया जाएगा। कर्नाटक उन राज्यों में शामिल है, जहां कोरोना के मामले फिर तेजी से बढ़ रहे हैं।
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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, कर्नाटक में अब तक 30 लाख 29 हजार 544 लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाई जा चुकी है। फिलहाल राज्य में कोरोना के 15,614 एक्टिव मरीज हैं. जबकि 9 लाख 45 हजार 594 लोग इस महामारी से उबर चुके हैं, जबकि 12,449 लोगों की कोरोना वायरस की वजह से मृत्यु हो चुकी है।