लाइफस्टाइल डेस्क। योग के माध्यम से कई सारी शरीर की तकलीफों से निजात मिल सकता है। लेकिन आज की भागदौ़ड़ भरी जिंदगी में बहुत सारे योगासन करने का समय नहीं मिल पाता। ऐसे में जरूरी है कि कुछ ऐसे आसन का अभ्यास किया जाए जो एक साथ कई सारी दिक्कतों से राहत दिलाए। इन आसनों की लिस्ट में तितली आसन भी बड़े काम का है। इस एक आसन को करने से कई सारी परेशानियां जैसे मोटापा, पेट और पैर की दिक्कतों से राहत मिलती है। साथ ही गर्भवती महिलाओं के लिए भी ये आसन बहुत लाभकारी है। तो आगे की स्लाइड में जानिए इसे करने का सही तरीका।
तितली आसन करने का तरीका
इस आसन को करने के लिए दंडासन की अवस्था में बैठ जाएं। इसके बाद घुटनों को मोड़कर पैर के तलवों को आपस में नमस्ते की मुद्रा में जोड़े। ध्यान रहे जांघ की मांसपेशियां रिलैक्स मोड में रहें। धीरे-धीरे घुटनों को ऊपर और नीचे की ओर उछालें। घुटनों को जितना संभव हो जमीन से छुने की कोशिश करें(जब आप घुटनों को ऊपर-नीचे हिला रहे हों। )
इस आसन को तितली आसन इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसमें पैरों को किसी तितली के पंख की भांति हिलाया जाता है। इसे करते समय सावधानी रखने की जरूरत है। अगर किसी के घुटने में चोट या सायटिका की समस्या है तो उसे इस आसन से बचना चाहिए।
तितली आसन करने से जांघ के अंदरूनी हिस्सों में जमा चर्बी कम होने में मदद मिलती है। साथ ही लगातार खड़े होकर काम करने और थकावट की परेशानी को दूर किया जा सकता है। गर्भवती महिलाओं को इस आसन को करने से प्रसव के समय काफी मदद मिलती है। ये आसन करने से आंत साफ होती है और मलत्याग में मदद करता है। साथ ही ये आसन मूत्र से जुड़ी बीमारियों में भी मदद करता है।