देश की राजधानी दिल्ली में सोमवार के दिन सबसे खास बात ये रही कि डॉ.अम्बेडकर के साथ संविधान की ड्राफ्टिंग कमिटी में काम करने वाले 107 वर्षीय केवल कृष्ण ने कोरोना वैक्सीन लगवाई।
केवल कृष्ण ने 1918 के स्पेनिश फ्लू को भी देखा है तब वे महज पांच साल के थे। केवल कृष्ण के बेटे अनिल कृष्ण ने बताया कि देश में लॉकडाउन लगने के बाद उन्हें पहली बार घर के बाहर लाया गया है। कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद केवल कृष्ण को किसी भी तरह की तकलीफ नहीं हुई।
आपको बता दें कि दिल्ली में पिछले बुधवार के दिन 30,940 लोगों ने ही कोरोना की डोज ली थी। जिसके बाद गुरुवार के दिन और अधिक लोग घट गए। गुरुवार के दिन मात्र 29,441 लोगों ने कोरोना वैक्सीन की खुराक ली। फिर शुक्रवार के दिन 30,575 ने कोरोना वैक्सीन लगवाई। इसके बाद शनिवार के दिन एक बार फिर वैक्सीन लगवाने वालों की संख्या में वृद्धि हुई और 39,853 ने कोरोना वैक्सीन लगवाई। वहीं सोमवार के दिन 39,742 लोगों ने कोरोना वैक्सीन लगवाई है।
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इसके अलावा तीन ऐसे मामले भी सामने आए, जहां वैक्सीन लगवाने के बाद कुछ प्रतिकूल रिएक्शन भी देखने को मिले। इससे पहले उत्तरी दिल्ली के मेयर जय प्रकाश ने भी कोरोना की पहली डोज ली और लोगों से कोरोना वैक्सीन लेने की अपील भी की। मेयर ने ये भी बताया कि फिल्म और टीवी एक्टर दलीप ताहिल भी उनके साथ हिन्दू राव अस्पताल गए थे और उन्होंने भी कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक ली।