नई दिल्ली| जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू ) में शुरू होने जा रहे ऑनलाइन सेमेस्टर का विरोध होना शुरू हो गया है। छात्र संगठन आइसा ने बयान जारी करऑनलाइन सेमेस्टर को खारिज करते हुए इसे विवि प्रशासन का बिना किसी वास्तविक शिक्षा प्रदान किए एक घटिया डिग्री जारी करने वाली संस्था में बदलने का गंदा प्रयास बताया है। इसके साथ ही आइसा ने नियमित पढ़ाई जारी रखने के लिए परिसर में छात्रों की चरणबद्ध वापसी सुनिश्चित करने ब फेलोशिप तुरंत वितरित करने की मांग की है।
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जेएनयू प्रशासन ने 21 अगस्त से 31 अगस्त तक ऑनलाइन पंजीकरण शुरू करने को लेकर परिपत्र जारी किया है। छात्र संगठन आइसा का कहना है यह परिपत्र ऐसे समय में आया है जब जारी सेमेस्टर भी समाप्त नहीं हुआ है।
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आइसा ने ऑनलाइन सेमेस्टर का विरोध करने के साथ ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में फंसे छात्रों का सर्वे कर वित्तीय हालात खराब वाले छात्रों की फीस माफ करने, इंजीनियरिंग व एमबीए के छात्रों की अगले सेमेस्टर की फीस माफ करने, सभी छात्रों को अगले सेमेस्टर में प्रमोट करने व अगले सेमेस्टर के लिए पंजीकरण करने की इजाजत देने, परिसर में कोरोना जांच सुविधा विकसित करने समेत कई मांग विवि प्रशासन से की हैं।