नई दिल्ली। किसान बिल भले संसद के दोनों सदनों से पास हो चुका है, लेकिन इसको लेकर सरकार और विपक्ष में छिड़ी जंग थमने का नाम नहीं ले रही है।
बात दें कि बिल को लेकर पहले राज्यसभा में हंगामा हुआ, जिसके बाद आठ सांसदों को निलंबित कर दिया गया। सांसदों को निलंबित करने के बाद विपक्षी पार्टियों ने संसद की कार्यवाही को बहिष्कार करना शुरू कर दिया।
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बुधवार को आगे रणनीति के लिए अब सभी विपक्षी पार्टियां एक साझा बैठक करेंगी। इसके बाद शाम को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात करेंगी। विपक्षी पार्टियों ने राष्ट्रपति से मिलने के लिए वक्त मांगा है और वह उनसे मिलकर इस बिल को राज्यसभा में वापस लौटाने की अपील करने वाली हैं।
#WATCH: MPs of Opposition parties march in Parliament premises in protest over farm bills. Placards of 'Save Farmers' & 'Save Farmers, Save Workers, Save Democracy' seen.
Congress' Ghulam Nabi Azad, TMC's Derek O'Brien, and Samajwadi Party's Jaya Bachchan present, among others. pic.twitter.com/PIIxqciFpG
— ANI (@ANI) September 23, 2020
इसके अलावा विपक्षी पार्टियां, राष्ट्रपति कोविंद से किसान बिल, राज्यसभा में हुए हंगामे और सांसदों के निलंबन को लेकर चर्चा करेंगी। राष्ट्रपति से मिलने से पहले विपक्षी पार्टियां संसद के परिसर में खड़े होकर बिल के खिलाफ प्रदर्शन कर रही हैं। सभी सांसदों के हाथ में किसान बचाओ के प्लेकार्ड भी हैं। इस वीडियो में आप प्रदर्शन को देख सकते हैं।
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इस प्रदर्शन में कांग्रेस के गुलाम नबी आजाद और टीएमसी के डेरेक ओ ब्रायन समेत विपक्ष के कई नेता मौजूद हैं। बुधवार को ही गुलाम नबी आजाद के दफ्तर में किसान बिल को लेकर और चर्चा होगी। इसके अलावा इस बात पर मंथन किया जाएगा कि सरकार के खिलाफ किस तरीके से आवाज उठाई जाए।
मंगलवार को विपक्ष ने एलान किया था कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाएंगी, वह संसद की कार्यवाही की बहिष्कार करेंगे। विपक्ष ने किसान बिल को सिलेक्ट कमेटी के पास भेजने और निलंबित सांसदों को दोबारा संसद में प्रवेश करने की मांग की है। हालांकि विपक्ष की गैर मौजूदगी में मंगलवार को सरकार ने कई बिल पास करा लिए हैं।