• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

उत्तराखण्ड अन्तरिक्ष उपयोग केंद्र के सभागार में एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन

Writer D by Writer D
21/06/2025
in राष्ट्रीय, उत्तराखंड, राजनीति
0
Himalayan States

Himalayan States

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

देहारादून। उत्तराखण्ड अन्तरिक्ष उपयोग केंद्र के सभागार में एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया । जिसमें केंद्रीय और राज्य के रेखीय विभागों ,मंत्रालयों, संगठनों द्वारा उनकी वर्तमान एवं भावी योजनाओं में अंतरिक्ष प्रौधोगिकी की भूमिका तथा इसके अनुप्रयोगों से वर्तमान में अंतरिक्ष प्रौधोगिकी आधारित संचालित कार्यों तथा भावी योजनाओं पर डॉक्यूमेंट तैयार करने एवं प्रस्तावित स्टेट स्पेस मीट की उपयोगिता को दृष्टिगत रखते हुए स्पेस मीट से पूर्व समस्त रेखीय विभागों के साथ चर्चा-परिचर्चा हेतु आयोजित कि गई । यह संगोष्ठी उत्तराखण्ड अंतरिक्ष उपयोग केन्द्र (यूसैक) द्वारा भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के सहयोग से जुलाई प्रथम सप्ताह मे “विकसित भारत 2047 के लिए अंतरिक्ष प्रौधोगिकी एवं उसके अनुप्रयोगों का लाभ : हिमालयीय राज्यों के दृष्टांत” (Himalayan States) विषय पर आयोजित कि जाने वाली स्पेस मीट कार्यशाला हेतु राज्य के विभिनन विभागों मे अंतरिक्ष प्रौधोगिकी के अनुप्रयोगों से किये जा रहे कार्यों तथा भावी आवश्यकताओं पर विभागवार चर्चा के माध्यम से उनकी आवश्यकता एवं विकास के लिए चिन्हित एवं वर्तमान में संचालित कार्यों तथा भावी योजनाओं /परियोजनाओं के कार्यान्वयन के लिए पर प्रभावी डॉक्यूमेंट तैयार करने के उदेश्य से कि गई ।

स्पेस मीट मे प्रस्तुत इन्ही कार्ययोजनाओं के मध्यम से अगस्त माह मे प्रस्तावित राष्ट्रीय कार्यशाला हेतु उत्तराखण्ड राज्य का रोडमैप तैयार किया जाएगा।

संगोष्ठी में राज्य के 21 रेखीय विभागों के 40 प्रतिभागियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। जिनमें- वन, सिंचाई, जल संस्थान, मृदा, पशुपालन, आपदा प्रबन्धन, शिक्षा, स्वास्थ्य, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, ऊर्जा, कृषि, उद्यान, रेशम, जैवविविधता बोर्ड, लोक निर्माण विभाग, राजस्व, ग्राम्य विकास आदि विभागों के अधिकारियों एवं वैज्ञानिकों/अभियंताओं द्वारा प्रतिभाग किया गया।

यूसैक के निदेशक प्रोफेसर पंत ने कार्यशाला मे प्रतिभाग कर रहे प्रतिभागियों से कहा कि आगामी स्पेस मीट के लिए एक विजन डाक्यूमेंट तैयार किया जाना है जिसमें राज्य के सभी रेखीय विभागों को आठ थीमों. कृषि, पर्यावरण एवं ऊर्जा, इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलेपमेंट, जल संसाधन, शिक्षा एवं स्वास्थ्य, आपदा प्रबंधन, डेवलेपमेंट प्लानिंग, प्रौधोगिकी प्रसार, संचार एवं नेविगेशन में बांटा गया है। इसके तहत विभागों द्वारा अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के उपयोग से वर्तमान में तथा भविष्य में संचालित परियोजनाओं का उल्लेख किया जाएगा। उन्होंने बताया कि हिमालयी राज्यों के परिपेक्ष्य मे अंतरिक्ष प्रौधोगिकी अत्यंत महत्वपूर्ण है। भूगर्भीय दृष्टि से अतिसंवेदनशील होने के कारण हिमालाई क्षेत्रों को समय-समय पर विभिन्न आपदाओं का सामना करना पड़ता है. उच्च विभेदी सैटेलाइट डेटा के उपयोग से आपदा प्रभावित/संभावित क्षेत्रों की निरंतर निगरानी की जा रही है, इसके अतिरिक्त पर्यावरण अनुश्रवन, प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन, इन्फ्रस्ट्रक्चर डेवलपमेंट और प्लानिंग आदि क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर अंतरिक्ष प्रौधोगिकी का उपयोग हो रहा है।

इस संगोष्ठी में क्षेत्रीय सुदूर संवेदन केंद्र नार्थ (इसरो) के वैज्ञानिक डा. अभिनव शुक्ला ने आगामी नेशनल स्टेट मीट के बारे में जानकारी प्रदान की।

इसी क्रम में भारतीय सुदूर संवेदन संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. प्रवीन ठाकुर द्वारा भारतीय स्पेस मिशन एवं अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के अनुप्रयोगों पर विस्तृत प्रस्तुतीकरण दिया गया।

संगोष्ठी का संचालन यूसैक की वैज्ञानिक डा. सुषमा गैरोला द्वारा किया गया। संगोष्ठी में यूसैक के वैज्ञानिकों. डा. अरूणा रानी, डा. आशा थपलियाल डा. प्रियदर्शी उपाध्यायए डा. गजेन्द्र सिंह रावत, डा. नीलम रावत, पुष्कर कुमार, शशांक लिंगवाल, डा. दिव्या उनियाल, आर.एस. मेहता, सुधाकर भट्ट, प्रदीप सिंह रावत, देवेश कपरूवाण, सौरभ डंगवाल, गोविन्द सिंह नेगी, विकास शर्मा, कुशलानंद सेमवाल, चन्द्रमोहन फर्स्वाण, मती मीना पंत आदि उपस्थित थे।

Tags: Uttarakhand News
Previous Post

नभ नेत्र ड्रोन से होगी कांवड़ यात्रा की निगरानी

Next Post

योगी सरकार ने बनाए 16 हजार से अधिक अमृत सरोवर

Writer D

Writer D

Related Posts

CM Yogi attended the 42nd session of UP Judicial Service Association
Main Slider

सुशासन के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए न्यायिक व्यवस्था सुगम और त्वरित होना जरूरी- सीएम योगी

23/08/2025
Swatantra Dev-Abhishek Singh
उत्तर प्रदेश

मंत्री पुत्र को प्रोटोकॉल देना मुख्य सचिव को पड़ा भरी, पद से हटाए गए आनंद कुमार

23/08/2025
Pooja Pal
उत्तर प्रदेश

मेरी हत्या हुई तो उसका जिम्मेदार…, पूजा पाल ने चिट्ठी लिखकर कही ये बड़ी बात

23/08/2025
Cloudburst
क्राइम

अब थराली में मची तबाही: आधी रात फटा बादल, मलबे में दबे कई घर

23/08/2025
Patna Road Accident
Main Slider

भीषण सड़क हादसा: ऑटो और ट्रक की टक्कर में आठ की मौत, पांच घायल

23/08/2025
Next Post
Amrit Sarovar

योगी सरकार ने बनाए 16 हजार से अधिक अमृत सरोवर

यह भी पढ़ें

Road Accident

यमुना एक्सप्रेस हादसा: स्कॉर्पियो और डंपर में टक्कर, दो महिलाओं समेत तीन की मौत

15/12/2020
पीएम मोदी PM Modi

कतर नेशनल डे के लिए पीएम मोदी ने दी कतर के अमीर को बधाई

08/12/2020

जीत के बाद आज पीएम मोदी से मिलेंगे योगी, शाह और नड्डा से भी करेंगे मुलाकत

13/03/2022
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version