उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 75 वें स्वतंत्रता दिवस पर विधानसभा परिसर में ध्वजारोहण किया। इस अवसर पर मुख्यमत्री ने कहा कि हम सभी लोग अपने कर्तव्यों का प्रतिबद्धता के साथ पालन करें, यही हमारा ‘राष्ट्रधर्म’ है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अंग्रेजों के विरुद्ध क्रांतिकारी गतिविधियां पूरे देश में चलती रहीं और उत्तर प्रदेश तो इस मामले में इस निर्णायक लड़ाई का एक केंद्र बिंदु बना। हमारी आस्था व्यक्तिगत हो सकती है। हमारी पूजा पद्धति विशिष्ट हो सकती है, लेकिन जब हम राष्ट्र के बारे में सोचते हैं तो राष्ट्र के प्रति हमारा कर्तव्य ही ‘धर्म’ होता है। अगर प्रदेश का हर नागरिक पूरी ईमानदारी और प्रतिबद्धता के साथ इसका पालन करने लगे लो तो भारत के प्रधानमंत्री मोदी की परिकल्पना ‘स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत, समृद्ध भारत’ को साकार होने में देरी नहीं लगेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह अमृत महोत्सव ऐसे समय में हमारे सामने है, जब वैश्विक महामारी कोरोना पूरी दुनिया को पस्त किए हुए हैं। लेकिन इस महामारी के बीच से ही रास्ता निकाल कर जीवन और जीविका को बचाने के लिए जो एक नई प्रतिस्पर्धा प्रारंभ हुई है, हम सब उसके बीच से रास्ता बनाते हुए आगे बढ़ रहे हैं। हम देश के उन सभी वैज्ञानिकों का अभिनंदन करते हैं, जिन्होंने पहली बार किसी एक बीमारी के खिलाफ मात्र नौ माह के अंदर प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में दो-दो वैक्सीन देकर रक्षा कवच प्रदान किया है। उत्तर प्रदेश में भी कोरोना के खिलाफ लड़ाई चल रही है। लड़ाई प्राइस और टेस्ट की है, तो हर क्षेत्र को आत्मनिर्भर बनाने का मकसद भी है। कोरोना के खिलाफ उत्तर प्रदेश में लड़ाई शून्य से प्रारंभ की गई थी और आज हम प्रदेश के अंदर चार लाख कोरोना टेस्ट प्रतिदिन करने की क्षमता हासिल कर चुके हैं।
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योगी आदित्यनाथ ने कहाकि स्वाधीनता की क्या कीमत होती है, इस बात के जीवंत गवाह देश में बने शहीद स्मारक व स्वाधीनता आंदोलन से जुड़े वे सभी स्मारक हैं, जो आधुनिक भारत के महातीर्थ के रूप में हम सबको देश की स्वाधीनता की लड़ाई का अहसास कराते हैं। उन्होंने कहा ‘माँ भारती के वीर सपूतों के सामूहिक प्रतिकार का प्रतिफल है कि मात्र 90 वर्षों के अंदर विदेशी हुकूमत को इस देश को छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा था।’सभी का सौभाग्य है कि आज हम देश की स्वाधीनता के अमृत महोत्सव वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारे पूर्वजों ने ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना को साकार करने के लिए आज से 75 वर्ष पूर्व अपना बलिदान दिया था। आज प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हम लोग भी ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत और समृद्ध भारत’ की संकल्पना को साकार करने में अपना योगदान पूरी ईमानदारी के साथ दे रहे हैं।
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कानून व्यवस्था पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत 53 माह में उत्तर प्रदेश के अंदर एक भी सांप्रदायिक दंगा ना होना, यह कानून व्यवस्था की मजबूती है। आज प्रत्येक नागरिक में सुरक्षा का भाव है। इस प्रदेश को लेकर देश तथा दुनिया में जो धारणा थी, उसे बदलते हुए प्रदेश के अंदर निवेश के एक नए युग का शुभारंभ किया है। आज दुनिया का हर निवेशक अपने निवेश के सबसे अच्छे गंतव्य के रूप में उत्तर प्रदेश को स्वीकार कर रहा है। उसी का परिणाम है कि इस प्रदेश में कुछ साल पहले निवेश की एक फूटी कौड़ी भी नहीं आ पाती थी, आज वही प्रदेश विगत चार वर्ष के दौरान चार लाख करोड़ से भी अधिक निवेश विभिन्न क्षेत्रों में करने में सफल हुआ है। मुख्यमंत्री ने जोड़ा कि आज उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था देश के अंदर एक रोल मॉडल बनकर खड़ा है।
उन्होंने कहाकि कानून व्यवस्था की बेहतर स्थिति बनाने के लिए प्रदेश के नौ अधिकारी व कर्मियों को ‘पुलिस मेडल फॉर वालेंटरी’, चार को’प्रेसिडेंट पुलिस मेडल’, 73 को ‘पुलिस पदक’ प्राप्त हुआ। साथ ही पांच अधिकारी ‘मुख्यमंत्री उत्कृष्ट पुलिस सेवा’ हेतु चयनित हुए हैं। सभी को मैं हृदय से बधाई व शुभकामनाएं देता हूं।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र भाई मोदी द्वारा आज देश के सामने अगले 25 वर्षों के लिए अनेक संकल्प रखे गए हैं, जिनकी पूर्ति ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत और समृद्ध भारत’ की संकल्पना को साकार करेगी। हर भारतवासी प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में उन संकल्पों की पूर्ति के लिए प्रतिबद्ध है।
योगी ने कहा कि आज लालकिले की प्राचीर से प्रधानमंत्री द्वारा दिए मंत्र-‘सबका साथ—सबका विकास-सबका विश्वास और सबका प्रयास’ का अक्षरशः पालन करते हुए हम अपने प्रयासों से प्रगति पथ पर भारत के उन्नयन का मार्ग प्रशस्त करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने 75 वें स्वाधीनता दिवस पर देश की बेटियों को अनुपम उपहार देते हुए सभी सैनिक स्कूलों में उन्हें प्रवेश देने का युगान्तकारी निर्णय लिया है। यह निर्णय सभी ज्ञात-अज्ञात महिला स्वाधीनता संग्राम सेनानियों को सच्ची श्रद्धांजलि है।