मोरबी। गुजरात के मोरबी में रविवार शाम को मच्छु नदी में बना केबल ब्रिज (Cable Bridge) अचानक टूट जाने से कई लोग नदी में गिर गए। मौके पर मौजूद गुजरात के पंचायत मंत्री बृजेश मेरजा के मुताबिक हादसे में करीब 77 लोगों की मौत हो चुकी है। 70 घायलों का रेस्क्यू कर लिया गया है, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बचे हुए लोगों को नदी से निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। ब्रिज रिनोवेशन के बाद हाल ही में चालू किया गया था।
बताया जा रहा है कि हादसे के समय पुल पर बड़ी तादाद में भीड़ मौजूद थी। रेस्क्यू ऑपरेशन में स्थानीय लोग भी पुलिस और प्रशासन की मदद कर रहे हैं। NDRF की 2 टीम मोरबी के लिए रवाना हो गई हैं। हादसे की भयावहता को देखते हुए भारतीय वायु सेना (IAF) के गरुड़ कमांडो की टीम को रवाना कर दिया गया है। कई लोगों के डूबने की आशंका जताई जा रही है।
हेल्पलाइन नंबर जारी
गुजरात सरकार ने हादसे की जांच के लिए 5 लोगों की SIT का गठन कर दिया है, जिसमें म्युनिसिपल कारपोरेशन के एक IAS अधिकारी, एक क्वालिटी कंट्रोल इंजीनियर और 3 अन्य आधिकारी शामिल रहेंगे। इसके अलावा CID की एक टीम भी इसकी जांच करेगी। हादसे के बाद जिसके परिवार के सदस्य फंसे या लापता हैं। उनकी जानकारी के लिए जिला कलेक्टर कार्यालय के आपदा नियंत्रण कक्ष ने हेल्पलाइन नंबर 02822 243300 जारी किया है।
मोरबी में केबल ब्रिज टूटने से कई लोग नदी में गिरे, 5 दिन पहले ही शुरू किया गया था
मृतकों को 6 लाख, घायलों को 1 लाख मुआवजा
गुजरात सरकार ने मृतकों के परिवार को 4 लाख और घायलों के परिवार को 50 हजार रुपए का मुआवजा देने का ऐलान किया है। वहीं, पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से हादसे में जान गंवाने वालों के परिवार को 2 लाख रुपए और घायलों को 50 हजार रुपए मुआवजा दिए जाने का ऐलान किया है।