बिहार के बाद ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसिलमीन (AIMIM) अब उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में चुनाव लड़ने की तैयारी में है। बिहार चुनाव में 5 सीटें जीतने वाली AIMIM को कांग्रेस ने बीजेपी की मददगार बताया था। अब AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कांग्रेस पर पलटवार किया है।
ओवैसी ने कहा कि कांग्रेस कभी अपनी गललियों पर ध्यान नहीं देती, ऐसे ही रहा तो ये पार्टी खत्म हो जाएगी। बिहार में हम लंबे समय से काम कर रहे थे, सीमांचल में कोई पैराशूट नहीं उतारे थे। हम वहां काम कर रहे थे। ऐसे में सेक्युलर और लिबरल को हमारी जीत पर सवाल नहीं उठाने चाहिए। साथ ही जनता के फैसले को स्वीकार करना चाहिए।
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ओवैसी ने कहा कि 8 महीने पहले मैंने गठबंधन के लिए आरजेडी के दो बड़े नेताओं से बात करने की कोशिश की थी। उनमें से एक नेता ने मुझसे पूछा था कि आप चुनाव क्यों लड़ते हैं? आपको नहीं लड़ना चाहिए। इसके बाद मेरी पार्टी के नेताओं ने पटना जाकर आरजेडी नेताओं से मुलाकात भी की थी। वे इस्लामिक उलेमाओं और बिहार के सामाजिक कार्यकर्ता से मिले और उनसे कहा था कि हमें गठबंधन में आने दें, बाद में मत विभाजन की बात मत कहिएगा। अब वे लोग क्यों रो रहे हैं?
ओवैसी ने कहा कि बंगाल सरकार ने मुस्लिमों के लिए कुछ नहीं किया है। राज्य में क्यों इतनी अशिक्षा है, क्यों शिक्षा दर में गिरावट आई है। 100 में से केवल 3 स्नातक ही मुस्लिम क्यों हैं? ये तथाकथित धर्मनिरपेक्ष दल बीजेपी का डर दिखाकर मुस्लिम वोट लेना चाहते हैं। अगर ममता सरकार ने मुसलमानों के लिए काम किया होता तो बंगाल में बीजेपी 18 सीटें कैसी जीत जाती?