पाकिस्तान की सेना ने सीडीएस बिपिन रावत की हेलिकॉप्टर क्रैश में हुई मौत को लेकर दुख जाहिर किया है। तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को हुए हादसे में सीडीएस रावत की पत्नी समेत 13 लोगों की मौत हो गई है। इस खबर से पूरे देश में शोक की लहर है। पाकिस्तान से भी सीडीएस बिपिन रावत और इस दुर्घटना में मारे गए लोगों की मौत पर लोग अपनी संवेदनाएं जाहिर कर रहे हैं।
पाकिस्तानी सेना ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट किया, “जनरल नदीम रजा, जनरल कमर जावेद बाजवा और सीओएएस (चीफ ऑफ द आर्मी स्टाफ) भारत में हुए हेलिकॉप्टर क्रैश में सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और अन्य लोगों की दुर्भाग्यपूर्ण मौत पर अपनी संवेदनाएं जाहिर करते हैं।”
तमाम पाकिस्तानी भी सीडीएस बिपिन रावत की मौत की खबर पर दुख जाहिर कर रहे हैं। एम. नोमान नाम के यूजर ने लिखा, सीडीएस बिपिन रावत की मौत की खबर सुनकर सदमे में हूं। इस हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं।
General Nadeem Raza, CJCSC & General Qamar Javed Bajwa, COAS express condolences on tragic death of #CDS General #BipinRawat, his wife and loss of precious lives in a helicopter crash in India
— DG ISPR (@OfficialDGISPR) December 8, 2021
तमाम लोग पाकिस्तानी सेना की भी तारीफ कर रहे हैं। इब्राहिम हनीफ नाम के यूजर ने लिखा, मानवता सबसे पहले आती है और पाकिस्तानी आर्मी ने प्रोफेशनलिजम दिखाया है। हम नफरत में यकीन नहीं करते हैं।
वहीं मंसूर नाम के एक यूजर ने लिखा, ये मानवता का संदेश है। अगर हमारा दुश्मन भी त्रासदी में मरता है तो भी ये जान का ही नुकसान है। मानवता के आधार पर हमें इसे लेकर खुश नहीं होना चाहिए। हमें अपने पड़ोसी देश के दुख को साझा करना चाहिए।
जनरल रावत का असामयिक निधन राष्ट्र की अपूरणीय क्षति : योगी
सीडीएस रावत ने पिछले चार दशकों में देश के लिए कई बड़े ऑपरेशनों में अपना योगदान दिया था। उन्होंने पूर्वोत्तर में आतंकवाद को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जून 2015 में मणिपुर में आतंकी हमले में 18 सैनिक शहीद हो गए थे। इसके बाद 21 पैरा कमांडो ने सीमा पार जाकर म्यांमार में आतंकी संगठन एनएससीएन-के कई आतंकियों को ढेर किया था। तब 21 पैरा थर्ड कॉर्प्स के अधीन थी, जिसके कमांडर बिपिन रावत ही थे। इसके अलावा, 29 सितंबर 2016 को रावत के नेतृत्व में भारतीय सेना ने पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक कर कई आतंकी शिविरों और आतंकियों को मार गिराया था।