लाहौर। पाकिस्तान में विपक्षी दलों की 13 दिसंबर को लाहौर रैली इमरान सरकार की मुसीबत और विपक्षी दलों के लिए आर-पार की लड़ाई बन गई है। पुलिस ने विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं पर शिंकजा कसना शुरू कर दिया है। पुलिस ने फिर दोहराया है कि रैली पर आतंकी हमला हो सकता है। इधर पीपीपी प्रमुख बिलावल भुट्टो ने कहा है कि लाहौर रैली में ताकत दिखाए जाने के बाद कठपुतली प्रधानमंत्री इमरान खान अकेले रह जाएंगे।
भारत में जनवरी से शुरू हो सकता है कोरोना टीकाकरण : अदार पूनावाला
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा कि पाकिस्तान में 11 दलों के विपक्षी संगठन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट की पांच रैली होने के बाद लाहौर की छठी रैली सरकार के ताबूत में आखिरी कील होगी। उन्होंने कहा कि सरकार को यह नहीं भूलना चाहिए कि लोकतंत्र में जनता की भावनाओं के सामने ज्यादा समय तक गलत तरीकों से खड़ा नहीं हुआ जा सकता।
हैदराबाद की दवा फैक्ट्री में भीषण आग, आठ लोग बुरी तरह झुलसे
इधर पाकिस्तान के आतंकरोधी प्राधिकरण ने आगाह किया है कि तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान लाहौर रैली के दौरान हमले कर सकता है। इस संबंध में कहा गया है कि यह नहीं कहा जा सकता कि निश्चित रूप से कहां हमले किए जा सकते हैं। सरकार पर विपक्षी दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न का आरोप लगाया गया है।