पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) के अध्यक्ष और नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता शाहबाज शरीफ की धनशोधन मामले में लाहौर उच्च न्यायालय में जमानत याचिका खारिज होने के बाद सोमवार को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
इस माह के शुरू में लाहौर उच्च न्यायालय ने इस मामले में जारी जिरह के मद्देनजर शाहबाज की गिरफ्तारी से पूर्व की जमानत अवधि को बढ़ा दिया था और उनके वकील को जिरह अगली तारीख तक पूरी करने का निर्देश दिया था।
महाराष्ट्र : मुख्य सचिव संजय कुमार कोरोना पॉजिटिव, घर पर किया आइसोलेट
पीएमएल-नवाज की सूचना सचिव मरियम औरंगजेब ने आरोप लगाया है कि उनकी गिरफ्तारी राजनीतिक साजिश के तहत की गई है और सरकार उन्हें निशाना बना रही है और उनकी गिरफ्तारी से पूरे देश को बंधक बनाया जा रहा है। शाहबाज के कानूनी सलाहकार आजम नजीन तरार ने कहा कि मामले में सुनवाई के इस दौर में उनकी गिरफ्तारी को किसी भी तरीके से उचित नहीं ठहराया जा सकता है और इससे राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो की बेईमानी का चारों तरफ पता लग जाता है।
कोरोना काल में सस्ते घरेलू इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों की बढ़ी मांग
तरार ने अदालत को बताया पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री की ओरेंज ट्रेन परियोजना में 81 अरब और टैक्सी परियोजना में 40 करोड़ की कुल बचत है और इस प्रकार शाहबाज के पास बचत के रूप में एक खरब रुपए हैं। समाचार पत्र डान के मुताबिक पीएमएल-नवाज ने कभी कोई वेतन नहीं लिया है।