Site icon 24 GhanteOnline | News in Hindi | Latest हिंदी न्यूज़

पाकिस्तान के पीएम इमरान खान सत्ता बचाने की बड़ी परीक्षा में पास

नई दिल्ली। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान सत्ता बचाने की बड़ी परीक्षा में पास हो गई है। सत्ता पक्ष में 178 वोट पड़े हैं।आर्थिक तंगी से जूझ रहे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को सीनेट चुनाव में मिली करारी शिकस्त मिली थी। इसके बाद उनकी कुर्सी खतरे में आ गई थी।

इमरान खान सरकार शनिवार को संसद में विश्वास मत पेश किया है। संसद की कार्यवाही शुरू होने के कुछ ही देर बाद विपक्षी दलों ने संसद का बहिष्कार करने का फैसला लिया। इससे इमरान सरकार को कुछ देर के लिए राहत मिली। हालांकि दोबारा कार्यवाही शुरू हो गई है। विदेश मंत्री महमूह कुरैशी ने प्रस्ताव स्वीकार किया। जिस पर मतदान हुआ। इस मतदान के बाद इमरान खान सरकार 178 मत हासिल कर सत्ता बचाने की परीक्षा में पास हो गई है।

सीनेट के चुनाव में सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के प्रत्याशी अब्दुल हफीज शेख को पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट के उम्मीदवार और पूर्व प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने करारी शिकस्त दी। यह इमरान सरकार के लिए बड़ा झटका साबित हुआ। इमरान खान ने खुद शेख के लिए प्रचार किया था। गिलानी की जीत से उत्साहित विपक्षी दलों ने इमरान का इस्तीफा मांगना शुरू कर दिया है। यही कारण है कि इमरान खान ने नेशनल असेंबली में विश्वास मत हासिल करने की घोषणा कर दी।

इमरान खान ने अविश्वास मत का सामना करने से पहले व्हिप जारी किया

इमरान खान ने अविश्वास मत का सामना करने से पहले व्हिप जारी किया। व्हिप जारी करने से पहले भावुक इमरान ने कहा था कि वोटिंग में जो फैसला निकलकर आएगा, वह उसका सम्मान करेंगे और इमरान का साथ नहीं देने वाले जीते तो वह विपक्ष में बैठेंगे। अब पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में तहरीक-ए-इंसाफ के सभी सदस्यों को लिखे खत में इमरान ने लिखा, ”आपको प्रधानमंत्री पर अविश्वास प्रस्ताव पर होने जा रही वोटिंग में पार्टी के निर्देशों के मुताबिक वोट डालने हैं। अगर कोई नेता वोटिंग में शामिल नहीं हुआ या पार्टी के निर्देश के मुताबिक मतदान नहीं किया गया, तो पार्टी प्रमुख किसी भी सदस्य को देशद्रोही करार दे सकता है और इसकी सूचना चुनाव आयोग को दे दी जाएगी।’

मैंने पाक को धीरे-धीरे नीचे आते देखा : इमरान

पाकिस्तान की पीएम इमरान खान ने अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों पर हमला करते हुए पाक की तुलना भारत से की। उन्होंने कहा, आज से 50-55 साल पहले दुनिया में पाक की मिसाल दी जाती थी क्योंकि उसका रुतबा था। तब अमेरिका जाने पर हमारे राष्ट्रपति से मिलने अमेरिकी राष्ट्रपति आया करते थे, लेकिन आहिस्ता-आहिस्ता मैंने अपने मुल्क को नीचे आते देखा है। देश के नीचे आने का बड़ा कारण 1985 के बाद देश में शुरू हुआ भ्रष्टाचार रहा। राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों पर हमला बोलते हुए राष्ट्र को संबोधित एक लाइव प्रसारण में पाक पीएम ने कहा कि पहले जब मैं क्रिकेट खेलकर भारत से पाकिस्तान आता था तो लगता था जैसे किसी गरीब देश से अमीर मुल्क में आ गया हूं लेकिन अब ऐसा नहीं है।

इमरान ने सहानुभूति बटोरने की पुरजोर कोशिश की

राजनीतिक विश्लेषकों को मुताबिक, विपक्ष उन पर इस्तीफे का दबाव बना रहा है, ऐसे में खान ने इस संबोधन में लोगों की सहानुभूति बटोरने की कोशिश की है। इमरान ने कहा, 1985 के बाद हमने देखा कि लोग फैक्ट्रियां लगाने और व्यापार करने के लिए राजनीति में आना शुरू हुए। ये लोग पीएम बन रहे थे और उनके मंत्री भी पैसा बना रहे थे, और तभी से हमारा मुल्क नीचे जाना शुरू हुआ।

Exit mobile version